हवा के साथ बह जाना ही तो उड़ना होता है

अपने अरमानों के पंखों को

हवा के साथ साथ दूर ऊंचाइयों तक

उड़ने दे उन पंखो को मत रोके

बह जाए हवाओ के साथ

हवा जहाँ ले जाना चाहता है

उड़ा कर साथ अपने बस अब

उड़ते जाए हवाओ के साथ

क्योंकि ये ठंडी हवाएँ है

जो आपको शीतल करने आई है

अपने साथ उस दुनिया में ले जाने

जहाँ हवा स्वयं स्वछंद होकर बहती है

होश की ये बात कहाँ

जहाँ मीठी सी बेहोशी छाई हो

उस बेहोशी में बस बहते चले जाए

हवा के साथ जहाँ कभी हवा

खत्म ही नहीं होती है

और ये साथ जहाँ

हमेशा हमेशा के लिए पूर्ण हो जाता है

क्या तुम मेरे साथ उस सफर पर

चलोगी जहाँ कभी रास्ते खत्म नही होते

वो प्रेम का सफर अनंत है

जहाँ के रास्तो पर बस

हमारी ही खुशियाँ बिछी है

तुम्हारी मुस्कान में

वो रास्ता हमे अपने घर तक लेकर जाएगा

जहाँ से हम आए हैं

वो घर जहाँ सिर्फ प्रेम की हवा बहती है

जहाँ हमने प्रेम की नदी का ही तो पानी पीया है

वहाँ के कांटे भी फूल से भी कोमल है

कभी – कभी खामोशियाँ भी बहुत कुछ कह देती है

शब्दो की भाषा हर कोई पढ़ लेता है

लेकिन दिल की भाषा कौन पढ़ेगा

जहाँ शब्द नहीं धड़कन बात करते हैं

मै धड़कने सुनता हूँ

जहाँ धड़कन धड़कती है

कभी वो धड़कन तुम्हारी होती है

तो कभी वो धड़कन मेरी होती है

मगर दिल हमारा एक ही होता है

जहाँ का हर एक कण हमारा है

जिसे हमने ही तो बसाया है

अपने प्यार के रंगों से

जहाँ की उड़ने वाली धूल में भी

रंग बिरंगे सितारों का समंदर बहता है

जो हमारे लिए ही तो आसमान से नीचे उतर आया है

क्या अब तुम उस सफर पर चलोगी

जिस सफर के लिए हम आए हैं

जिस सफर पर तुम मेरी हमसफ़र बन कर साथ चल दो

फिर उस सफर की मंजिल मायने ही नहीं रखती

बल्कि सफर पर दूर -दूर तक जाने में ही आनंद है

जहाँ रास्तो पर साथ तुम्हारा हो

तभी तो मंजिल भी हमारी ही आएगी

प्रेम तो एक एहसास है जिसमें लोग बह जाते है

ये उस प्यार के नाम जो

कभी खत्म नही होता है

बल्कि बढ़ता ही जाता है

हर पल के साथ

ये मुझे जीना सीखा रहा है

जिसमें केवल हमारा प्यार है

तुम्हारी मुस्कान है और मेरी

वो खुशी है जो सिर्फ और सिर्फ

तुम्हारी मुस्कान से ही जुड़ी है



Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *