Poem on Success in Hindi, Motivational Poems for Success in Hindi

Poem on Success in Hindi, Motivational Poems for Success in Hindi

Poem on Success in Hindi

गिर कर उठना सीखे
उठकर संभालना सीखो
संभलकर चलना सीखो
चलकर दौड़ना सीखो
दौड़कर भागना सीखो
भागकर पकड़ना सीखो
सपने जो दूर होते जा रहे हैं
दूरीयां सपने और तुम्हारे बीच
बढ़ती जा रही है
इस बार ऐसा दौड़ा की
जब तक सपनो को पकड़ नहीं लेते
अपने दोनों हाथों से तब तक
रूकोगे नहीं तब तक थकोगे नहीं
तब तब बैठोगे नहीं
तब तक हारोगे नहीं
तब तक विश्राम करोगे नहीं
उठो और बस दौड़ो
अब ये मत देखो पैरों में चप्पल है की नहीं
ये मत देखो राहो पर पत्थर है की नहीं
ये मत देखो रास्ते पर कितनी भीड़ है
लेकिन तुम्हारे तरह रास्ते पर
दौड़ने का साहस किसी में नहीं है
भीड़ को अब पीछे छोड़कर
आगे निकल जाओ
तुम्हारे सपने अभी भी ज्यादा दूर नहीं निकले हैं
अब सोचने का समय नहीं
बस दौड़ने का समय है
बस दौड़ने का समय है

Motivational Poems for Success in Hindi

Motivational Poems for Success in Hindi

किसी ने मुझसे झूठ कहा की मिट्टी में सोना गड़ा हुआ है
मैने उसे सच मान लिया और
मैंने कुदाल उठाई और खोदना शुरू कर दिया
मै खोदता गया मै खोदता गया
लोगों ने कहा मै पागल हो गया हूँ
जो मिट्टी को बस खोदते जा रहा हूँ
यहाँ की मिट्टी बंजर है यहाँ सोना तो क्या
फसल भी नहीं ऊग सकते है
सब ने कहा ये पागलपन हैं
मुझे कुछ भी हासिल नहीं होने वाला है
मै थक कर एक दिन मिट्टी खोदना छोड़ दूंगा
ऐसा लोगों ने मुझ से कहा
लेकिन मैंने लोगों की बातो पर कोई ध्यान नही दिया
क्या बरसात क्या गर्मी क्या ठंड का मौसम
मैने हर मौसम में खोदना जारी रखा
अब तो मुझे मेरे जानने वाले भी भूल चुके थे
उनकी नजरो मे मै एक बेकार इंसान
एक बेकार सा काम करने में
अपना समय नष्ट कर रहा था
लेकिन एक दिन मिट्टी खोदते खोदते
मेरी कुल्हाड़ी मिट्टी के अंदर
किसी चीज से टकराईं
और फिर जोर से एक आवाज आई
मैंने ठीक से खोद कर उसे बाहर निकाला
वो एक बहुत पुराना बक्शा था पुराने जमाने का
जब मैने उसे खोला तो मै जोर से हंसा
क्योंकि वो बक्सा सोने से भरा था
उसमें बस सोना ही सोना था
आज मेरे पास सब कुछ है
इतना है जितना की उस जगह पर रहने वाले
किसी के भी पास नहीं
मै अगर उन लोगों की सुनता तो
मिट्टी खोद कर सोना कभी नहीं पाता
मैने खुद की सुनी मैने खुद पर विश्वास किया बस
इस जगह वाकई मे मिट्टी में सोना गड़ा है
मेरा विश्वास इतना मजबूत था की
वो हकीकत का रूप लेकर मेरे सामने आ गया
हर मिट्टी में सोना दफन है बस खोदने का विश्वास
होना चाहिए जब मै इसे खोदूंगा तो
अंत में मुझे सोना मिलेगा ही मिलेगा
अगर मेहनत जाया चली गई तो फिर
कोई भी मेहनत नही करेगा
अपने विश्वास को इतना मजबूत बना लो
की उसे हकीकत के रूप में तुम्हारे सामने आना ही पड़े

Poetry in Hindi on Life

Poetry in Hindi on Life

बेरहम मौसम तैयार है मेरा अस्तित्व मिटाने को
लेकिन मै तैयार हो रहा हूँ एक नया जहां बसाने को
मौसम ने अब तक का सबसे भीषण
हमला किया है मुझ पर
मौसम मेरी जान लेने को उतारूँ है
लेकिन मैने जीने का वादा कर दिया है
अफसोस बेरहम मौसम को हारना पड़ेगा
मै मौसम के इस कहर को झेलने के लिए तैयार हूँ
जब मैने जीने की सोच ली है तो फिर
मरने की मै सोचूँ भी क्यों
हर दुर्लभ अस्तित्व को दुनिया मिटा देना चाहता है
मगर अस्तित्व को अपने वजूद को कायम रखना आता है

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