Best poem on truth of life in hindi|Best Hindi Poems on Life values

उम्मीद अब दम तोड़ रही है

एक भिक्षा मांगने वाला बहुत दिनों से भूखा है

वो एक स्थान पर बैठा है मन मे आस लिये

वो बहुत भूखा है उम्मीद की आस लिए बैठा है सड़क किनारे

शायद कही से कोई आकर उसकी भूख को शांत कर सके

शायद कही से भी कोई तो आए,

उसके लिए गर्म कपड़े और भोजन लेकर

लेकिन उसकी प्रतिक्षा तो बेवजह ही है

कोई नहीं आने वाला है उसकी आशा को पूर्ण करने

सर्दियों की रात है ठंडी तेज हवाएँ चल रही है

उसके कपड़े हर जगह से फटे हुए है

शायद उन कपड़ो मे उसे ज्यादा ठंड लग रही है

कुछ दिनों से निगाहें सड़क पर ही जमी है

क्योंकि उम्मीद अब दम तोड़ रही है

शायद कोई आएगा मेरे लिए

खाना और गर्म कपड़े लेकर ऐसा सोचना व्यर्थ है

लेकिन आज भी शायद कोई नहीं आया

उसकी आंखे कब से उम्मीद तलाश रही है

शायद आने जाने वाले हर अजनबी से कह रही हो

शायद मेरी मदद करो मुझे तुम्हारी जरूरत है

उसके आंखों मे आंसू है आज

शायद आज उसकी भूख की सीमा पार हो गयी

वो ठंड से काप रहा है

आस्था और पूर्ण समर्पण मे परिवर्तित हो जाता है

उसकी आंखे आंसुओं से गिली हो चुकी है

उम्मीद की तलाश में नाउम्मीद होकर सो गया

जब उसने आंखे खोली तो उसने देखा

उसके शरीर पर मोटे कम्बल रखे है

जिससे उसे ठंड नहीं लग रही है

तभी उसकी नजर सामने पड़ी

जहाँ उसके लिए ढ़ेर सारा खाना रखा है

लेकिन वहाँ पर कोई नहीं है

दूर तक देखने पर भी कोई नहीं दिख रहा

भिक्षुक समझ गया की जब तक आप मे

विश्वास है और जब वो विश्वास

आस्था और पूर्ण समर्पण मे परिवर्तित हो जाती है

तब आप का विश्वास ईश्वर कभी टूटने नहीं देता

उम्मीद का त्याग करना जीवन का त्याग करने के समान है

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