find the way of life poetry in hindi

find the way of life poetry in hindi

पर्वत की सबसे ऊंची चोटी पर भी
सबसे छोटा घर भी सबसे ऊँचा नजर आता है
उस छोटे से घर को देखने के लिए
अपने नजरो को ऊपर ऊठाया जाता है
गर्दन को आसमान की तरफ जैसे देख रहे हो
वैसे ही देखा जाता है वो घर भले ही छोटा है
मगर सबसे ऊंचाई पर बना है
उस छोटे से घर को बनने के लिए
कितनी मेहनत करनी पड़ी होगी
कितना दर्द तकलीफ सहन करना पड़ा होगा

find the way of life poetry in hindi


हर एक सामान घर की हर एक बुनियाद
हर बार ऊबड़ खाबड़ कांटों भरे पथरीले राह पर चलकर
वहाँ पहाड़ की ऊंचाई पर रखना पड़ा होगा
कितना बार पहाड़ पर चढ़ना पड़ा होगा ना जाने
कितनी बार उतरना पड़ा होगा
कितना समय लगा होगा
कितनी चोटे आई होगी
फिर उस पहाड़ पर उस छोटे से घर को
सबसे ऊंची चोटी पर बनाने में भी ना जाने
कितनी मेहनत लगी होगी तब जाकर
उस घर का निर्माण हुआ होगा
जो आज उस पहाड़ का आकर्षण का केंद्र बन गया
जिसे देखने वाले का सिर अपने आप ऊंचा हो जाता है
कभी भी कोई भी क्यों ना आया हो
उस घर को देखने के लिए मगर
किसी का सर नीचे नहीं झुका होगा
सब का सर ऊंचा ही हुआ होगा
हां बिल्कुल ऊंचा ही होगा

poetry in hindi on life

poetry in hindi on life

हम बुरे थे जब तक सब अच्छा चलता था
अच्छे क्या बने दुनिया ही बदल गयी
वो दिन मेर बदल गए
वो राते मेरी बदल गयी
जब हम कुछ सीखना नहीं चाहते थे तब सब अच्छा था
सीखने की कोशिश क्या की सब कुछ बदल गया
हम अक्सर लोगो के सहायक हमेशा बने रहते थे
आज खुद ही एकांत हमारी सहायक बनी हुई है
ये कौन सा बदलाव हुआ मुझमें
मुझे ऐसा लगता है मै पूरा ही बदल गया
मै खुद को आईने में देख कर कभी मुस्कुराया करता था
आज आईना हर रोज मुझे देखकर मुस्कुराया करती है
ऐसा क्या हुआ जो सब कुछ बदल गया
अब इस बात से भी फर्क कहाँ पड़ता है
पहले हर जगह हमारे हितैषी हुआ करते थे
आज हर कोई जैसे लगता है दुश्मन बना है मेरा
वो भी एक दौड़ था ये भी एक दौड़ है
ये समय है जो मुझे बेहतर बनाने आया है
हर कोई इतना खुशनसीब नहीं होता है
जिसे समय स्वंय रूक कर सीखा रहा होता है
और समय खुद भी जैसे रूक गया है सिर्फ मेरे लिए
मैने एक ऐसा रास्ता चुन लिया है जिस पर मै चल रहा हूँ
वो खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है
उस रास्ते पर चलकर सब कुछ मेरा खो गया है
मेरा सामान मेरी यादे यहाँ तक मै भी खुद को भूल चुका हूँ
लेकिन हर एक रास्ता कही न कहीं जरूर निकलता है
बस ये रास्ता मुझे कहाँ तक लेकर और जाएगा
कब इस रास्ता पर मेरा अंतिम पथ होगा
शायद अब यही मायने रखता है मेरे लिए
अंतिम मुहाने पर रास्ते का अंत कैसा होगा
हाँ इस रास्ते का अंत कैसा होगा

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