जीवन मे अगर कोई आकांक्षा है और आप उसके लिए आप खुद को पूर्ण रूपेण समर्पित करते हैं तो आपके मन में जो आपकी आकांक्षा…
एक भिक्षा मांगने वाला बहुत दिनों से भूखा है वो एक स्थान पर बैठा है मन मे आस लिये वो बहुत भूखा है उम्मीद की…
मैंने कल अपने किसी कार्य के लिए कही जा रहा था तभी मैने सड़क किनारे एक आदमी को देखा जिसके पास बहुत सारे पिंजरे थे…
मुझे लगता था की मै अकेला खड़ा हूँ लेकिन अब कोई और मेरे साथ है कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है मेरे हर सुख दुख…
एक अकेला दीया लड़ रहा तूफान से प्रचंड हवाओ के झोके से  गरजते बिजली और आसमान से बरसते भीषण वर्षों के बूंदो के जहान से…
अकेले अब मै नहीं थकता क्योंकि जिनसे मै अक्सर उम्मीद रखता हूँ और जब मुझे उनकी जरूरत होती हैं तो वो अक्सर मुझसे दूर चले…
मैने जब घर के बाहर रखा कदम बेचैनियाँ साथ मेरे थी हरदम फिर मैने प्रगति की आश की सफलता के पथ की तलाश की दो…
मै कल शाम अपने छत पर टहल रहा था शायद मेरे हाथ मे चाय की एक प्याली भी थी मै अपने काम के बारे मे…
असफलता को सफलता की कुंजी क्यों कहा गया है? जब इंसान असफलता के डर का अनुभव करता है तो उनमें से कुछ इंसान हिम्मत खो…
लोग क्या चाहते हैं जीवन मे कभी भी मन मे दुर्भावना नहीं रखनी चाहिए अगर आप किसी से अपनी दुर्भावना समाप्त करने के प्रति वाकई…