मेरे ना होने से शायद तुम्हे फर्क ना पड़ता हो
लेकिन तुम्हारे ना होने से मुझे बहुत फर्क पड़ता है
मेरे बिना शायद तुम आराम से जीवन जी लो
मगर तुम्हारे ना होने से इस जीवन की
हर एक सांसे बोझ जैसी ही लगेगी मुझे
मेरे ना होने से शायद तुम खुल कर मुस्कुरा लो
लेकिन तुम्हारे ना होने से मै मुस्कुराना भी
शायद हमेशा के लिए भूल जाऊँ
तुम्हे शायद कोई ना कोई मिल जाएगा लेकिन
मेरे लिए हर तलाश ही खत्म हो जाएगी जीवन की
हमेशा हमेशा के लिए
तुम्हे अगर मै खो दूंगा तो क्या मै जी पाऊँगा
तुम ये खुद समझती हो मन ही मन में
फिर भी हम बेवजह जीऐ जा रहे हैं
दौलत की चाह होती तो फिर सपने
हम अपने बेच दिऐ होते कब के किसी मोड़ पर
पर अब तक उन सपनो को खुद से भी ज्यादा संभाल कर रखा है मैने
अब और क्या कहूँ तुम्हे बस तुम्हारी राह में उम्र काटे जा रहे हैं
क्या मेरा इंतजार खत्म नही होगा इतना तो बस बता दो