कभी कभी मै सारी आशाओ को
त्याग कर चुपचाप बैठ जाता हूँ
शांत एक कोने में मुझे लगता है
क्या कभी हम मिल पाएंगे
मन के हर कोने में सिर्फ और सिर्फ
घबराहट और बेचैनी होती है
लेकिन दिल के किसी एक छोटे से
कोने से एक हल्की सी आवाज गूंजती है
जो मुझे कहती है हां हम मिलेगे
हमे मिलना ही होगा तुम निराश नहीं हो सकते हो
क्योंकि तुमने प्रेम किया है और जहाँ प्रेम होता है
वहाँ कभी निराशा नहीं होती है
तुम्हे तब तक हार नहीं माननी चाहिए
जब तक तुम जीत नहीं जाते हो
अगर तुम हार मान लेते हो तो
तुमने प्रेम ही नहीं किया है
उठो और जीत लो हर उस एक चीज को
जिसे लगता है
तुम जीत नहीं सकते तुम्हारे इरादे से मजबूत
संसार की कोई चीज नही
उठो और उस प्रेम पर विजय प्राप्त करके
उसे सम्मानपूर्वक घर लेकर आओ
क्योंकि उसे भी तुम्हारी कब से
प्रतीक्षा है और जरूरत भी
तुम्हे उसके पास जाना ही होगा
उसे तुम्हे लेकर आना ही होगा
वही पहचान भी है और वही तुम्हारी
जिंदगी भी क्योंकि हमारा प्रेम इस बार नहीं हारेगा