वो कहानी ही क्या जो अधूरी रह जाए
वो प्रेम ही क्या जो पूरा ना हो सके
वो फूल ही क्या जिसपे कांटे ना हो
वो जीवन ही क्या जिसमें संधर्ष ना हो
वो युग ही क्या जिसमें हम तुम ना हो
वो पवित्रता ही क्या जो हमारे प्रेम के जैसी ना हो
वो भरोसा ही क्या जो हमारे जैसा ना हो
वो हार भी क्या जिसके आगे
जीत भी बहुत छोटी ना हो
वो हि्दय ही क्या जिसमें प्रेम ना हो
वो सुंदरता ही क्या जिसमें शीतलता ना हो
वो वीरता ही क्या जिसमें दया ना हो
आपके भीतर अगर प्रेम से भरा हि्दय है तो
आप को कोई तीर्थयात्रा की आवश्यकता नहीं है
क्योंकि ईश्वर अपना तीर्थ छोड़कर स्वंय
आपके हि्दय को ही अपना स्थान बना चुके
लाख तूफान ने मेरी कश्ती को
डूबोने की कोशिश की
मगर एक मेरी कश्ती है जो डूबती ही नहीं है
हर तूफान से हमेशा लड़ती रहती है और
हर बार हर तूफान से बच कर निकल जाती है
क्योंकि इस कश्ती को चलाने वाले के
हि्दय में बस प्रेम ही प्रेम रचा बसा है
जो प्रेम जैसे भयंकर तूफान का
सामना रोज करता है
तो उसके सामने ये समंदर का
तूफान तो बच्चा है
क्या होगा अगर मै हार ही गया तो
तुम कौन सा जीतकर भी जीत जाओगो
ये तुम्हारी जीत भी मेरे
हार के सामने बौनी होगी