जब आप को लगता है की सब कुछ खत्म हो गया आप हार चुके है जीवन आप को हर दिन नयी चुनौतियां देने लगे जिसके लिए आप तैयार नहीं है आप स्वतंत्रता चाहते है अपनी आर्थिक स्थिति से आप स्वतंत्रता चाहते है अपनी मानसिक स्थिति से आप स्वतंत्रता चाहते है अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी से आप स्वतंत्रता चाहते है अपनी सामाजिक स्थिति से जिसके वजह से आप को अपने आने वाले कल की चिंता सताने लगी तो आप कुछ महत्वपूर्ण नियमों को आत्मसात कर ले फिर इसका जादू आप कुछ दिनों मे देखने लगेगे वो जिस स्वतंत्रता की आप को तलाश है वो आप को हर बोझ से मुक्त कर देगी
अक्सर लोग आप से क्यों प्रभावित होते है :- आप का माहौल देखकर, आप का नजरिया देखकर, आप का तजुर्बा देखकर, आप की शिक्षा देखकर, आप का व्यवहार देखकर, आप का पैसा देखकर, आप की क्षमता देखकर अक्सर यही तथ्य किसी को प्रभावित करती है इसी से वो किसी व्यक्ति से प्रभावित होते है या फिर अप्रभावी अपनी राय वो इन्हीं तथ्यों की कसौटी पर करते है
मगर क्या ये सम्पूर्णवादी नजरिया है इस पर विचार करते है वो कौन से गुण आप मे होने चाहिए जो तुरंत प्रभावशाली हो सकते है
1. लोगों का सदैव आत्मसम्मान करना जिनके वो हकदार है उनके सम्मान की सदैव रक्षा करना
2. उनके मदद के लिए सदैव तत्परता दिखना उन्हें जिस मदद की आवश्यकता है उसकी पेशकश करना
3. लोगों को अपने जीवन मे महत्व देना अगर आवश्यक नहीं भी है फिर भी उनसे जरूरी मसले पर सलाह लेना क्या पता उनकी कही कौन सी बात आप के बहुत काम आ जाए
4. सदैव लोगों से उनके फायदे के बारे मे बात करना ना की अपने फायदे के बारे मे जिससे लोग धीरे आप पर विश्वास करना सीख जाएंगे
5. लोगों के साथ सदा दोस्ताना तरीके से पेश आए जिससे वो धीरे -धीरे आप के साथ सहज होने लगेगे
ये सारी बातें बिलकुल साधारण है मगर बेहद खास है जो की अपना प्रभाव अवश्य दिखाती है आप अगर इन बातों पर गंभीरता से अमल करेगे तो आप लोगो को प्रभावित तो करेगें ही साथ ही साथ आप उनके नजरो मे आम इंसान से खास इंसान बन जाएगें जो उनमें बेहद लोकप्रिय है
लोगों की सहायता करके हम स्वंय की ही सहायता कर रहे है जो खुद के परिवर्तन की मजबूत नींव तैयार कर रही है
आप को जीवन को एक अलग नजरिये से देखना चाहिए जिसमें ऐसे लोग भी होगे जो आप को बेहद पसंद करते होगे तो कुछ ऐसे भी होगे जो आप को बिलकुल ही नापसंद करते होगे तो आप को इस क्षेत्र मे सुधार करने की आवश्यकता है जैसे किसी को आप पसंद नहीं करते या फिर आप को वो पसंद नहीं करता तो जब आप पहली बार मिलेगे तो कुछ खास बदलाव नहीं होगा बस शिष्टाचार के जैसे मुलाकात होगी फिर जब आप उससे दूबारा मिलेगे या वो आपसे दूबारा मिलेगे जो ये मुलाकात शिष्टाचार से थोड़ी आगे बढ़ेगी इसी तरह से जब मुलाकात का सिलसिला बढ़ने लगेगा तो एक दिन ऐसा भी आएगा जब आप एक दूसरे के बेहद करीब आ जाएगें एक दूसरे की भावनाओं को समझने लगेगे और उसकी कद्र भी करेगे
ये आपके हर विरोधियों के लिए सबसे अच्छा विकल्प है जो आपकी छवि का एक औसत भाग के बारे मे जो विचार बनाए हुए है उसमे सुधार करने के लिए इससे बेहतर विकल्प कुछ हो ही नहीं सकता इसलिए कोशिश करे की आप जितने लोगो से अधिक मिले वो आप के लिए उतना ही बेहतर है और इस प्रक्रिया को उन लोगों के साथ दोहराते रहे जिनसे आप मिलते है
1. अधिक लोगों से मिलने से अलग -अलग विचारों से आप परिचित होगे जिससे विरोधाभास से निपटने मे आप स्वंय ही निपूर्ण हो जाएंगे
2. आप मे संयम बढ़ेगा
3. आप अधिक से अधिक विनम्र बन जाएंगे
4. आप मे अनुशासन और ज्ञान दोनों का स्तर काफी ऊंचा पहुंचे जाऐगा
5. आप के लिए सफलता और असफलता एक समान हो जाएगी तो आप को जिम्मेदारी और आत्मसंतुष्टि की कमी नहीं आने देगी जो आप को स्वत: ही सफल और लोकप्रिय बना देगी
अगर आप लोगो का भरोसा जीतते है तो आप को कभी कोई हरा नहीं सकता है
खुद को सदैव एक मजबूत और सफल व्यक्ति की तरह देखे
हर मनुष्य की ये आदत होती है की सफलता मे सब कुछ भूल जाता है और असफलता मे सब कुछ याद रखता है ये प्रतिक्रिया स्वाभाविक है क्योंकि यही तो मनुष्य का स्वभाव होता है मगर नियंत्रण और संतुलन जीवन मे है तो आप की कामयाबी दिनों दिन बढ़ती ही जाएगी
उसमे कोई कमी नहीं आएगी इसलिए खुद को अपने नजरिये से देखे जो खुद को आप देखना चाहते है
इसके लिए दवाब की स्थिति से खुद को बाहर रखे चाहे वो दवाब आर्थिक हो सामाजिक हो पारिवारिक हो या फिर कुछ और भी हो
कुछ अनुशासित कदमों के द्धारा हम इसकी बुनियादी रख सकते है
1. सदैव अपनी जिम्मेदारी को स्वीकार करें जिससे आप मानसिक रूप से काफी मजबूत बनते जाएंगे
2. अपनी हर पिछली गलती को एक बेहतर सबक समझ कर उसका विवेचन करे और जो आप को उसमे सकारात्मक अवस्था नजर आती है उसे अपना ले और जो नकारात्मक अवस्था थी तो उसको याद रखे और इसपर तुरंत से कार्य करना आरंभ कर दे उसे सुधारने की प्रक्रिया मे जुट जाए
3. हर उन छोटी बातों पर ध्यान दे जो आपके मार्ग को अवरुद्ध कर रही है क्योंकि छोटी- छोटी चीजो पर ही हम काम करके बड़ा कर सकते है
4. सदैव हर कार्य को बेहतर करने के लिए बुद्धि का सहारा ले और उन तथ्यों को सदा से अपने अंदर से निकाल कर बाहर कर दे जो आपको कार्य को आज नहीं करके कल करने के लिए प्रेरित करे
5. प्रभावशाली बनने के लिए किसी के अच्छे बातो पर गौर करें और उसे जीवन मे उतार ले जैसे की आप किसी ज्ञान सभा मे बैठे है और वहां पर काफी अच्छी बाते बताई जा रही है जहाँ अगर 20 लोग है तो उसमे 10 लोग ऐसे होगे जो इस सभा के खत्म होने का इंतजार कर रहे होगे तो 5 लोग ऐसे होगे जो इसे ध्यान से सुन रहे होगे उनमे से 4 लोग इसे जीवन मे उतारने के लिए प्रेरित होगे मगर उस सभा मे केवल 1 ही ऐसा व्यक्ति होगा जो उसे जीवन मे आत्मसात कर लेगा और वास्तव मे वही मजबूत और सफल व्यक्ति बनकर उभरेगा तो वो एक व्यक्ति आप क्यों नहीं हो सकते मेरे इस कथन पर आप विचार करे
अगर हम सोचते है की हम सफल है तो 50 % तो हम ऐसे ही सफल हो गये बस 50% और काम करने की आवश्यकता है
जीवन मे सदैव हमारा नजरिया ही हमे सफल और असफल बना देती है क्योंकि जीवन मे अक्सर बहुत सारे महत्वपूर्ण मौके जो हमे सफल बना सकते है वो हमारे नजरिये के द्धारा ही पहचाना जाता है क्योंकि जो महत्वपूर्ण मौके को खो देते है बाद मे उसी मौके को पाने के लिए कोशिश करते है लेकिन एक बार जो मौका हाथ से निकल जाता है उसके बाद केवल पछतावा रह जाता है और ये पछतावा धीरे -धीरे आक्रोश मे बदल जाता है इसलिए जीवन मे हर परिस्थितियों के लिए सदैव जागरूक रहे और हर परिस्थितियों को चाहे वो बुरी हो या अच्छी हो उसे बेहतर विकल्प के रूप मे ही देखे
सकारात्मक नजरिये के फायदे
1. आप का नजरिया अगर सकारात्मक है तो जीवन मे तनाव कम होता है
2. जीवन मे सदैव लाभ मिलता है चाहे परिस्थितियों कैसी भी हो
3. आप के आस-पास का माहौल धीरे -धीरे आप के अनुरूप बनने लगता है
4. सभी समस्या धीरे -धीरे समाप्त होने लगती है
5. आप का व्यक्तिव प्रभावशाली और लोकप्रिय बन जाता है
6. सकारात्मक नजरिये के लोग अपनी गलती का दोष दूसरो पर कभी नहीं देते वो गलतियां स्वीकार करना जानते हैं
7. सकारात्मक नजरिये के लोग अपने आस पास के माहौल मे बदलाव सुधार करना बेहतर तरीके से जानते है
8. सकारात्मक नजरिये के लोग अक्सर लोगों की जिज्ञासाओं को शांत करते है
9. इन्हें चिंता नहीं चिंतन करना आता है जो हर बाधाओं को भी अवसर के रूप मे अपनाकर उससे लाभान्वित हो जाते है
10. इनका ध्यान सदैव बेहतर और बेहतर करने का होता है दूसरो के डर को दूर करने के लिए इनका यही नजरिया लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बनता है
सकारात्मक नजरिये लोगों के लिए अवसरो का वो खजाना है जो हमारे पास है पर हम उसे खर्च करना नहीं जानते है