बड़ा सोचकर बड़े बन जाए|truth life reality motivational quotes in hindi

सकारात्मक सोच का व्यक्ति अपनी कोशिश पर भरोसा करता है उसके पास हर समस्या का समाधान होता है

बड़ा सोचकर बड़े कैसे बन जाए

बड़ा सोचने के लिए हमें अपने सोचने का दायरा सौ गुना बड़ा करना पड़ेगा क्योंकि सफलता का संबंध कभी भी किसी भी मनुष्य के दिमाग के आकार से निर्धारित नहीं होता है बल्कि उसके सोचने के तरीकों से निर्धारित होता है किसी भी मनुष्य के सोच के आधार पर ही उसके जीवन की बुनियाद टिकी होती है क्योंकि यह सोच उसके भविष्य की सफलता और असफलताओं का निर्धारण करेगें

खुद की वो पहचान पाना जहाँ सुखी बनना नहीं सुखी हो जाना महत्वपूर्ण है

जितनी बड़ी सोच होगी उतनी बड़ी जीत हम जीवन में हासिल कर सकते हैं हमारे आस -पास के लोग बिल्कुल साधारण स्तर तक सोच पाते है इसलिए उनकी जीवन मे प्रगति भी साधारण होती है क्योंकि हमे ये समझाया जाता है जीवन मे बड़ा बनने का मौका मुश्किल से मिलता है लेकिन दुनिया भर में बड़े लोग मौजूद है क्योंकि संसार मे सफल लोगों से ज्यादा संख्या असफल लोगों की है जो अक्सर हमारे दिमाग में ये डालने की कोशिश करते हैं की जब जो होना है होकर ही रहेगा कहने का तात्पर्य है की आपकी किस्मत पर आप की बिल्कुल नहीं चलती बल्कि आपके भाग्य की ही सदैव चलती है इसलिए अपने सपनों के बारे मे सोचना छोड़ दे बेहतर जिंदगी के बारे में विचार त्याग दें अब इसका सारी जिम्मेदारी अपनी किस्मत पर छोड़ दें अगर किस्मत में होगी तो मिल जाएगी आप बस इंतजार करें जब तक आप जिंदा है बस इंतजार करे अगर मर गये तो सपने आपके किस्मत के साथ ही चली गई और एक खास बात जो अक्सर लोग किसी भी सपने देखने वालों से चीख -चीख कर कहते हैं सफलता की एक कीमत होती है आधी हिम्मत लोगों की ऐसी ही टूट जाती है लेकिन वास्तव मे ऐसा नहीं होता है ये एक सत्य है की प्रथम स्तर पर पहुँचने के लिए संघर्ष है लेकिन उससे भी ज्यादा दूसरे स्तर पर पहुँचने का संधर्ष सबसे ज्यादा है क्योंकि लोग सदैव अधिक ऊंचा देखने से डरते है लेकिन उससे कम ऊंचाई उन्हें आसान लगती है उन्हें वहाँ खुद को सुरक्षित देखने की आदत हो गयी है क्योंकि अक्सर दुनिया मे महान लोगो ने नहीं बल्कि उनके विचारों ने प्रभावित किया है क्योंकि हमारे विचार अगर सही हो तो स्वर्ग का अनुभव हम कही भी कर सकते है अगर हमारे विचार असफलता के बोझ से दबे है तो हर जगह ही हमे नर्क का अनुभव हो महसूस कर सकते हैं बड़ा सोच कर सफलता हासिल करने के लिए आपको किसी शक्तिशाली परिस्थितियों के बजाय अपने दिमाग के शक्ति की आवश्यकता होती है

बड़ा कैसे सोचे

प्रबल विश्वास की ही शक्ति बड़ा सोचने पर मजबूर करती है ज्यादातर लोग विश्वास की शक्ति में भरोसा नहीं करते हैं लेकिन जिन लोगों में विश्वास की शक्ति पर भरोसा है वही बड़ा सोच सकते हैं जिन्हें यकीन होता है लक्ष्य को प्राप्त करने का वही लोग लक्ष्य प्राप्त कर लेता है क्योंकि इसमें उनकी सोच उनका विश्वास और उनका दिल और दिमाग सब साथ में कार्य करता है तभी ये संभव होता है वो बड़े सोच वाले ही थे जिन्होंने अंतरिक्ष के संबंध मे सपने देखे और महान उपलब्धि हासिल की क्योंकि मध्यकाल में ऐसा सोचने वालो का शायद कुछ और ही समझ लिया जाता बड़ा सोच से ही गंभीर बिमारियों का इलाज मिल सका क्योंकि उन्होने अपने सपने के बारे में सोचा उस पर कार्य किया और सफलता भी प्राप्त कर ली बड़ा सोचने के लिए बस आप अपनी सोच को अपने कार्य को और उस कार्य में लगने वाले श्रम को बस अपना सहयोगी बनाएं और आप यकिनन सफल हो जाएंगे

संसार में कोई भी सिवाय आपके आपको प्रोत्साहित नहीं कर सकता

बड़ा सोचकर बड़े परिणाम कैसे हासिल करें

जब आपको ये लगता है की आपके उम्र के लोगों ने जीवन में एक अच्छी नौकरी प्राप्त कर ली उन्होंने खुद का घर भी ले लिया अपना जीवन स्तर सुधार लिया लेकिन जब आप खुद को और अपने दोस्त की तुलना खुद से करते है की कमी मुझमें कहाँ रह गयी और उसमें ऐसा क्या है जो मुझमें नहीं तब शायद आपको जवाब मिल जाएगा क्योंकि मैने उतनी गंभीरता नहीं दिखाई जितना उसने दिखाई शायद इसलिए मै सफल नहीं हूँ और वो बहुत सफल तो नहीं कह सकता मगर मेरे तुलना मे मुझ से काफी ऊपर है मै अपनी कमजोरी को देख रहा हूँ क्योंकि मैने कभी खुद पर विश्वास किया ही नहीं और यही अविश्वास मेरे इस परिस्थितियों का जिम्मेदार है मैने अपने ही दिमाग को खुद के खिलाफ इस्तेमाल किया लेकिन अगर मैं ऐसा सोचता हूँ तो मै आगे जाने के बजाय और पीछे चला जाऊँगा इसलिए मैने ये फैसला लिया है की बड़ी सोच और विश्वास के ताकत पर मै अब आगे वो सब हासिल करूँगा जो मेरे पास नहीं है ये किसी प्रतियोगिता के आधार पर मै नहीं कह रहा अपने मित्र से ये मै अब खुद के लिए खुद के विकास के लिए कह रहा हूँ

जो कार्य आज जरूरी लगे जीवन में बेझिझक कर डाले कल आज के अफसोस से तो बच जाएंगे

आदमी जीवन मे उतना ही बड़ा कर सकता है जितना बड़ा वो सोच सकता है 

जीवन मे बड़ा करने के लिए सोच बड़ी करनी होगी

1. जीवन मे सदा अच्छी आदतें डालनी होगी

2. उन अच्छी आदतों का हमे आदी होना होगा जो हमारे व्यवहार मे शामिल हो जाए

3. जीवन मे हो रहे बदलाव को स्वीकार करना सीखे बदलाव को जीवन में दर्द नही दवा के रूप मे सदा स्वीकार करे

4. खुद के बेहतर आत्म सुझाव पर अधिक जोर दे क्योंकि जब आप के अंदर से बेहतरी के लिए जो सुझाव आएंगे वो वाकई मे कारगर साबित होगे

5. जीवन मे सदा लक्ष्य को बनाये रखे और उस पर बिना थके बोझिल मन से लगातार काम करे असर जल्दी ही दिखने लगेगा

6. जीवन मे लक्ष्य बनाने से पहले सही लक्ष्य का चुनाव अवश्य करे क्योंकि ये चुनाव ही सबसे महत्वपूर्ण होगा

7. अपने दायित्वों के लिए सदैव तत्पर रहे उनसे कभी मुंह ना मोड़े जिम्मेदारी को स्वीकार करना सीखे

भरोसा खुद पर हर बात के लिए हो दूसरे चाहे कुछ भी कहे सोचे हमे कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए

अधिक सोच की समस्या का मुख्य कारण क्या है 

अधिक सोच की समस्या का मुख्य कारण असुरक्षा की भावना है जहाँ मनुष्य खुद को किसी भी परिस्थिति मे सुरक्षित महसूस नहीं करता है इसलिए वो हर समय अपने क्षमता के अनुसार खुद की सुरक्षा खुद की असुरक्षा खुद का लाभ खुद की हानि इन्ही बातों से हर समय और हर परिस्थिति का आकलन करता रहता है क्योंकि उसके मन मे भय और शंका की जड़ें इतनी गहरी हो जाती है जिसे उखाड़ने मे काफी समय लग सकता है

मुझे ज्यादा सोचने की आदत है किसी चीज के बारे मे मै ज्यादा सोचता हूँ ऐसी स्थिति मे मै क्या करूँ 

अगर आप को ज्यादा सोचने की ही आदत है तो इस सोच का लाभ उठाना सीखे क्योंकि जीवन मे हर एक चीज का सकारात्मक पहलू है आप उस पहलू का लाभ ले जीवन मे

1. सदैव अपने कार्यो को और बेहतर कैसे बना सकते है इस सोच पर ध्यान केंद्रित करे

2. प्रगति मे खुद का विश्वास किस तरीके से और अधिक बढ़ाया जाए इस बारे मे सोचे

3. खुद से बात करे खुद की राय से खुद से अपनी कमियों की चर्चा करे सुनने मे थोड़ा अजीब लगता है मगर सबसे सफल और कारगर उपाय है अपनी सोच को सही दिशा मे उपयोग करने के लिए

4. अपने विरोधियों को अपना प्रशंसक कैसे बनाएं इस दिशा मे सोचे इसके लिए अपने विरोधियों को क्या पसंद है और क्या नापसंद है इस पर ध्यान दे और उनके सामने उनके पसंद के कार्य करे और उनके नापसंद के कार्य ना करे तो कुछ दिनों की इस प्रक्रिया के बाद आप के सबसे बड़े विरोधी आपके सबसे बड़े समर्थक बन जाएगे

5. खुद को सदैव दूसरो की नजर से देखे वो आप मे क्या देखना चाहते है आपकी कौन सी बात उन्हें पसंद है इस नजरिये से अपने सोच का उपयोग करे

खुद से बात करनी चाहिए जो जरूरत आपकी है वो जरूरत पूरी करके होगी ना की लोगों के प्रभाव में आकर उस जरूरत को नजरअंदाज कर देना मूर्खतापूर्ण होगा

सकारात्मक और नकारात्मक सोच मे क्या अंतर है? नकारात्मक सोच के उदाहरण क्या है 

सकारात्मक सोच का व्यक्ति अपनी कोशिश पर भरोसा करता है उसके पास हर समस्या का समाधान होता है

नकारात्मक सोच का व्यक्ति कुछ भी करने से कोई फायदा नही है बस बर्बादी ही बर्बादी है

सकारात्मक सोच का व्यक्ति मै असफल हुआ कही तो कुछ कमी होगी मै इसमे सुधार करके दुबारा से प्रयत्न करके सफल हो जाऊंगा

नकारात्मक सोच का व्यक्ति मैने पहले ही कहा था तुम सफल नहीं हो सकते इसमे कोई भी सफल जल्दी नही होता है

सकारात्मक सोच का व्यक्ति मै मेहनत से लेख लिखता हूँ फिर भी लोग इसे नही पढ़ते कोई बात नहीं मै ऐसा तरीका अवश्य निकालूंगा की लोग इस लेख को ज्यादा से ज्यादा संख्या मे पढ़े

नकारात्मक सोच का व्यक्ति मैने पहले ही कहा था लिखना तुम्हारे बस का नहीं है आज के समय मे लेख कौन पढ़ता है कुछ और कर दूसरे चीजो पर ध्यान दो

. सकारात्मक सोच का व्यक्ति मै अवश्य सफल हो जाऊंगा लोगों तक अपनी बात पहुंचाने मे जिससे लोग इसका लाभ ले सके

. नकारात्मक सोच का व्यक्ति लोगों के पास समय नहीं है तुम्हारी बात सुनने के लिए उनके जीवन मे पहले से ही सौ परेशानीयां है

सफल कहानी वो है जिसमें असफलता का जिक्र बार -बार आए जिसमें लोगों को अंत तक पता ना चले आप सफल होगे या असफल लेकिन आपको पता हो

नकारात्मक सोच से छुटकारा कैसे पाएं 

1. दूसरो की आलोचना करने से बचे

2. कभी ऐसी बात ना कहे जिससे किसी को ठेस पहुंचे सदैव तंज कसने से बचे

3. लोगों के कार्यो की सराहना करे उनके कठिन परिस्थितियों मे लिए गए निर्णयो की प्रसंशा करे

4. सदा जीवन मे संभावनाओं को तलाश करते रहे हर मुश्किल मे राह अवश्य मिल जाएगी

5. उन विचारों को सदा जीवन मे महत्व दे जिससे आप के जीवन मे सुख और खुशी की अनुभूति होती है

6. हर समस्या का समाधान तैयार रखे जो तत्पश्चात आप को निराश ना होने दे

7. दु:ख मे भी धीरज ना खोये बल्कि धैर्यपूर्वक उन परिस्थितियों का सामना करे

हां और ना सत्य और असत्य परिस्थितियो के हिसाब से ही उपयोगी होते है सदा सकारात्मक माहौल के दृष्टिकोण से

सकारात्मक सोच क्या है 

1. जो संभव है वो सकारात्मक सोच है

2. हर असफलता के लिए सफलता की योजना बनाना सकारात्मक सोच है

3. हौसला, मेहनत करने का भाव, जिम्मेदारी को स्वीकार करना ही सकारात्मक सोच है

4. जीवन के बुरे दौर से बाहर निकलने का भाव ही सकारात्मक सोच है

5. अपनी पराजय मे भी अपनी कमियाँ तलाश कर उसमे सुधार करना सकारात्मक सोच है

6. हर किसी के उम्मीद को कायम रखना,

7. लोगों के सम्मान की रक्षा करना,

8. सदैव हर परिस्थितियों मे भी धैर्यपूर्वक उन परिस्थितियों को संभालना

9. केवल अपने कार्यो पर ध्यान केंद्रित करना बिना उधर उधर की बाते सोचे बिना

10. जीवन मे परिस्थितियां कैसी भी हो फिर भी उन परिस्थितियों मे मुस्कुराते रहना

आप को आपकी खुशियाँ चाहिए उसके लिए मन में खुशियों को पाने के लिए विचार हो सदैव ना की उसके खोने की पीड़ा से व्यथित हो

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *