मैने आज जब चादर को बदला तो मैने अपने सिरहाने में कुछ फूल देखे
जो तुम्हारे थे जो तुम कल अपने बालों में लगाए सारा दिन घर में खुशबू फैला रही थी
ये वही फूल है जो मेरे तकिये के पास मुझे सुबह में पड़ा मिला
तुम रात को जब गहरी नींद में सो रही होगी और जब तुमने शायद करवट बदला होगा
तब ये फूल तुम्हारे बालो से छटक कर मेरे तकिये के पास आ गया होगा
इसलिए रात भर मैने सपने में तुम्हे फूलो के नदी में तैरते हुए देखा
फूलो की उस विशाल नदी में बहुत से रंग बिरंगे फूल थे मगर
मेरी नजर सिर्फ तुम पर ही थी क्योंकि मुझे तुमसे सुंदर फूल नदी में कहीं नहीं दिख रहा था
मेरी नजर बस तुम्हारे ऊपर जाकर बार बार रूक जाती थी
ऐसा लगता था मैने अपने जीवन में तुमसा सुंदर फूल आज तक कभी नहीं देखा था
ऐसी खुशबू जो शायद आज तक मैने कभी नहीं महसूस की थी
मै मन में ये सोच रहा था अगर ये सपना है तो
मै सारा जीवन इसी सपने में बस इस पल को महसूस करते हुए जीवन व्यतीत करना चाहता था
मै नहीं चाहता था की मै आंखे खोलू और इस सपने से बाहर आ जाऊं और
जब मैने आंखे खोली तो मै बस तुम्हे ही ढूढ़ने लगा
तुम मुझे छत की बालकनी में फूल को पानी देती नजर आई
मैने तुम्हे गले से लगा लिया और मैने तुमसे कहा कल जो तुमने अपने बालो में जो फूल लगाएं थे
उसकी महक और फूल दोनों अच्छे थे
तुम मेरी बाते सुनकर खिलखिला मुस्कुरा दी