इंसान तभी कोशिश कर सकता है जब उसे बुरी आदतों पर विजयी प्राप्त करना आता है क्योंकि सबसे महत्वपूर्ण यह है की अगर मैं खुद पर कार्य करता हूँ तो खुद को सबसे अधिक समय देता हूँ उन बुरी आदतों से बचने के लिए तो मैं मानसिक दृष्टि से खुद को मजबूत हर दिन बना रहा हूँ
क्योंकि सफलता की कोशिश तभी कोई कर सकता है जब वो अपने असफलता को खुले दिल से स्वीकार करता है क्योंकि बहुत से लोग होते हैं जो खुद को सही साबित करने के लिए अपनी गलतियों को मानने की जगह अपनी गलतियों को छिपाते है अपनी बात को हर हाल में साबित करने के लिए जुनून के हद तक जाते हैं क्योंकि उनका मकसद बस इतना होता है वो दूसरो की नजरों में खुद को सफल दिखाए किसी भी कीमत पर लेकिन ये तो एक प्रकार की बिमारी है जो हमे हर दिन के साथ कमजोर और कमजोर करती जाएगी इससे बचने का सबसे उत्तम उपाय है की अपनी बुरी आदतों के डर से बाहर आकर सफलता पूर्वक कोशिश करे जीवन की सबसे बड़ी खुशी तलाशने की ना की जीवन के निराशाओं में डूब जाने की अगर आप को जीवन में डर लगता है तो डरने में कोई भी खामियां नहीं होती है बस आप आपके पास उस डर का समाधान हमेशा के लिए मौजूद हो हमे कभी भी खुद के कार्य पर डर की शंका को हावी नहीं होने देना है हमे सदैव साहस से काम लेना है जब हम समस्या से घबरा कर ये कहते हैं ये हम से नहीं होगा बल्कि हमे ये सोचना चाहिए ये हम से क्यों नहीं होगा
जब हम कोशिश करते हैं तभी सफलता के लिए नींव रख देते है कोशिश अगर अपनी आत्मा की पुकार पर जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए किया जाए जिसका उद्देश्य खुद का नहीं अपितु समस्त अविकारो के बदलाव जो समाज की एक नयी दिशा बिंदु को तय करें तो उस कोशिश की असफलता भी सफलता के कम नहीं है कोशिश सदैव सकारात्मक सोच के साथ की जाए तभी सफलता मिलेगी जब कोशिशों में सबके लिए कुछ न कुछ तो वो कोशिश कभी असफल नहीं हो सकती कोशिश शांति और प्रेम के लिए किया जाए तो उस कोशिश करने में कितना आंनद है ये उन लोगों से पूछना चाहिए जिन्होंने अपने कोशिशों से समाज की एक नयी दिशा तय की है
अगर आप के आसपास शांति है और खुशनुमा माहौल है तो फिर आप किसी भी क्षेत्र में कार्य करें आप को मजा बहुत आयेगा मन अगर शांत है तो लक्ष्य को प्राप्त करना आसान है सदैव ऐसा लगेगा जैसे खुशियों में खेल रही आप की ही मुस्कान है और कभी जब परिस्थिति विपरीत हो तो हम अक्सर भयभीत और विचलित हो जाते हैं धैर्यपूर्वक उसका सामना करेंगे तो सफल अवश्य होंगे दशरथ मांझी ने तो पहाड़ों के सीने को रौंद कर रास्ता बना डाला अकेले ये संकल्प की ही तो शक्ति है
- आत्मविश्वास की शक्ति मे बढ़ोतरी होगी
- कर्मों की प्रधानता का सिद्धांत फलित होगा
- हर कोई समाज और देश के लिए अपनी जिम्मेदारी समझेगा
- परिवर्तन से कोई भयभीत नहीं होगा अपितु कोशिश से विपरीत परिस्थितियों को बदलने में सक्षम होगा
- हर कोई अपनी कोशिशों से सफल होगा तो स्वार्थ की भावना में कभी आयेगी
- लोग हर विषय में खुल कर बात करेंगे अपनी कमियों के बारे मे
- मानवता के मूल्यों की सदैव रक्षा होगी
- दुःख भी हमें अपने कर्मों से विचलित नहीं कर पाएगा
- आने वाले पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य की रूप रेखा होगी
- सबसे बड़ा धर्म प्रेम शांति मानवता होगा
- कोशिश की सफलता हमारे प्रयास पर निर्भर करता है
- मेहनत से प्राप्त की गयी सफलता से सदैव खुशबू आती है
- कोशिश जितनी अधिक करेंगे सफलता की संभावना उतनी बढ़ती जाएगी
- मेरी कुछ नाकामयाबी मेरा भाग्य तय नहीं कर सकती
- जब आप सफल होते हैं तो उसका शोर आप नहीं दुनिया करती है
- कोशिश जितनी बार हम करते जाएंगे सफलता की बुनियाद पक्कि होती जाएगी
- हार निराशा नहीं जबकि आप की जीत का शंखनाद है जो बज चुका है
- कर्मवीर बहानों के पीछे खुद को नहीं छिपाते
- एक हारे हुए आदमी अंतिम क्षणो में ये दुःख जरूर होता होगा कि उसने जीवन में प्रयास क्यों नहीं किया
- हर सुबह एक नयी उम्मीद लेकर आती है पिछली काली रात को काफी पीछे छोड़कर
सफलता तभी संभव है जब कोशिश सकारात्मक रूप से कि जाती है और हमारा पूरा ध्यान अपने लक्ष्य पर केंद्रित होता है क्योंकि कोशिश हमारी कितनी असरदार है इसका सारा उत्तरदायित्व हम पर निर्भर करता है क्योंकि कोशिश जीतनी दफा करेंगे असरदार तरीके से करेंगे और जीतने के लिए करेंगे तो सफलता मिलना तय है हमें कोशिश किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जोरदार तरीके से करनी चाहिए क्योंकि आप की कोशिश जितनी अधिक असरदार होगी उतना खुद पर भरोसा भी बढ़ेगा और लक्ष्य भी मिलेगा जब आप को लगे की आप बिलकुल हार चुके है थक चुके है अब आप मे इतनी हिम्मत नहीं बची है अपनी परिस्थितियों को बदलने के लिए लड़ सके जब आप थक के बेचैन होकर बैठ जाते है तब आपके अंतर- आत्मा की एक हल्की आवाज आती है तुम कर सकते हो उस आवाज पर आप विश्वास करे दूबारा लड़ने के खड़े हो जाए और इस बार आप सफल होने के लिए नहीं सफल बनने के लिए उठे जब ये सोचकर आप जब उठेगे तो जीवन भर ऊँचा ही ऊठते जाएंगे
सफलता प्राप्त करने का एक ही रहस्य है सच्चाई से की गयी मेहनत क्योंकि जब तक मेहनत में सच्चाई नहीं आएगी आप के प्रयास में सच्चाई नहीं आएगी और अगर प्रयास में सच्चाई नहीं आएगी तो आप कैसे सफल हो सकते हैं बस हमें प्रयास करते रहना है हमें किसी से जीवन में बहस करके अपना समय व्यथा नहीं करना है अगर गलती की है तो उसे खुले दिल से स्वीकार करना है कभी भी जीवन में शिकायत की अपेक्षा बस समाधान पर ध्यान केंद्रित करना है हमे सदैव गलती दूसरों में नहीं बल्कि खुद के भीतर तलाश करनी है हमेशा अपने गलतियों को सुधारने पर काम करना है मन में सदैव विश्वास की लौ जगाए रखना है अपने आस – पास के माहौल को खुद सुधारना है काम को तुरंत करने के लिए सदैव तैयार रहना है लक्ष्य बनना है और उसपर कार्य करना है अपनी हर हार को जीत में बदलने की कोशिश करनी है
जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें खुद पर विश्वास करना होगा की हम सफल है जीवन में कभी भी अविश्वास को कोई जगह नहीं देनी है सदैव अपने मन में अच्छी बातो को आने दे सफलता के लिए योजना बनाने से बेहतर है उस कार्य को करने में जुट जाना अपनी असफलता की इस भयानक बिमारी का इलाज हर हाल में तलाश करना हमे हमारी बुद्धि से ज्यादा अपनी सोच को विकासित करने की जरूरत है अपनी हार के भाव से हमे डरना छोड़ना चाहिए अपनी अंतरात्मा के हिसाब से कार्य करके आत्म -विश्वास को बढ़ाना है हमे अपने काम के बारे में बड़ी सोच रखनी है सफलता के लिए यही तो महत्वपूर्ण है
मानव जीवन में सफलता की सीढ़ी अपने दिमाग को कुंद करने वाली पारंपरिक सोच से बचना अपनी रचनात्मक शक्तियों का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा और बेहतर तरीके से काम करना अपनी सोच को व्यापक बनाना है और अपने दिमाग को प्रेरित करना है अपने काम के माहौल को मैनेज करे अपने आस-पास के माहौल को जहरीले तत्वो को सदा बाहर रखे अपने काम में सदा सबसे ऊपर रहने का प्रयास करें