संसार मे मनुष्य ने आज तक जो भी सफलता प्राप्त की है वो अपना लक्ष्य निर्धारित करके फिर उसमें प्रयास करके ही लक्ष्य प्राप्त की है कोई भी महान से महान अविष्कार जिसका लाभ आज हम सब ले रहे हैं ये तभी संभव हो सका जब इसके लिए लक्ष्य को निर्धारित किया गया
लक्ष्य तो उद्देश्य ही होता है जिसका साफ मतलब होता है की हम निरंतर अपने प्रयासो के द्धारा आगे बढ़ते जा रहे हैं कुछ भी प्राप्त करने के लिए लक्ष्य को निर्धारित करना बहुत ही आवश्यक होता है लक्ष्य किसी भी कार्य मे सफलता हेतु उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की जीवन के लिए जल और वायु
महत्वपूर्ण ये नहीं की आप कल क्या रह चुके हैं और आज आपकी क्या स्थिति है बल्कि महत्वपूर्ण तो यह है की आप कल कहाँ पहुंचाना चाहते हैं हमें कुछ भी करने से पहले ये समझना होगा की हमारी सही जगह कौन सी है हम कहाँ जाना चाहिये है इस नजरिये से आप अपना भविष्य को देखे और दस सालों के बाद मै कहाँ पर खुद को देखने की उम्मीद करता हूँ क्योंकि इसे स्वंय आप ही जानते है आपका लक्ष्य क्या है और आप कहाँ पहुंचना चाहते हैं
सर्वप्रथम एक प्लान तैयार करें उस प्लान के अंतर्गत आप कार्य करें हर रोज उस प्लान पर कार्य करें और एक न एक दिन आप अवश्य सफलता आप प्राप्त कर लेंगे
इनमें कुछ प्रमुख बिंदुओं पर विशेष पूर्वक ध्यान देना है
1. एकाग्रचित्त होकर कार्य करना
2. अपने कार्य में पूर्णतः समर्पित होना
3. हमेशा खुद को हर परिस्थिति के लिए तैयार रखना
4. लोगों की भावनाओं की कद्र करना जो लोग आप से चाहते हैं
5. अपने व्यवहार में हमेशा नरमी बनाएं रखना
6. समाज के हर वर्ग के साथ बिना भेदभाव के घुल-मिल जाना
7. हमेशा आप के जीवन में तथा औरों के जीवन में हो रही घटनाओं पर नजर रखना
8. हमेशा आगे की सोचना अर्थात वर्तमान में जीना लेकिन उसके साथ ही साथ भविष्य के लिए भी कार्य करना
9. हमेशा एक प्लान के अलावा एक बैकप प्लान तैयार रखना
10. हमेशा पॉजिटिव सोचना और उसी के अनुरूप कार्य करना
11. अपने लक्ष्य को लेकर कभी ढ़ीला रवैया इख्तियार नहीं करना
12. हर रोज उस लक्ष्य पर केंद्रित होकर कार्य करना
13. लोगों की बातें जो आप को आपके लक्ष्य से भटका दे उसे तवज्जो नहीं देना
14. लक्ष्य के परिणाम के बारे में ध्यान नहीं देकर केवल लक्ष्य पर अपने कार्य के प्रति निष्ठावान होना
15. नकारात्मक लोग और नकारात्मक विचारों से खुद को मुक्त रखना
टारगेट बनाने के लिए हमेशा इस बात का ध्यान रखें आप लोगो के नजरिये से खुद को परखे लोग आप के बारे मे क्या सोचते है उनकी राय क्या है आपके लिए और आप उनकी राय को आप कैसे बदल सकते हैं
जीवन मे जब भी कोई लक्ष्य निर्धारित करे तो बस इस बात का ध्यान रखें समस्या आऐगी ही लक्ष्य को पूर्ति करने के लिए लेकिन समस्या से निपटने का वाकई मे सही तरीका क्या है इसपर विचार करने की आवश्यकता है
सदैव प्रगति के बारे में सोचे, प्रगति के बारे में विश्वास करें और प्रगति के लिए कोशिश करें खुद से बात करें आप ने जो लक्ष्य निर्धारित किया है उसमें क्या कमियाँ रह गयी है आप ये भी तय करे की आप अपनी सोच को आकर दे तभी आपके लक्ष्य की ऊँचाई आपके रवैये से आपके समूचे व्यक्तिव से असंभव को संभव कर देगा
हमेशा इस बात का ध्यान रखें की आपके सोच का स्तर भी ऊंचा होना चाहिए क्योकि आज आपका माहौल ही आगे आपके भविष्य को निर्धारित करेगा जब भी लक्ष्य को निर्धारित करे तो कभी समर्पण नहीं करने वाला भाव आपके भीतर होना चाहिए जब ऐसा होगा तो किसी भी दमनकारी परिस्थितियों मे आप कभी समर्पण नहीं कर सकते वो धुटनो के बल चलने के लिए विवश नहीं हो सकते उनकी सांस ही सफलता पर टिकी होनी चाहिए उनका जीवन सफलता के लिए समर्पित होना चाहिए ऐसा ही लक्ष्य निर्धारण सर्वश्रेष्ठ होता है
1. सबसे पहले ये निर्धारित करें की आप का लक्ष्य क्या है
2. लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक योजना तैयार करे
3. लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तैयार योजना में एक समय सीमा निर्धारित करें की इतने दिनों में मुझे ये हासिल करना है
4. उस लक्ष्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाकर रोज उस लक्ष्य पर कार्य करते रहे
5. असफल होने पर अपनी कमजोरियां को तलाश करें और फिर उनमें सुधार कर पुनः प्रयासरत हो जाएं
6. आप तब तक प्रयास करते रहे जब तक आप को आप के लक्ष्य प्राप्ति में सफलता नहीं मिल जाएं
7. अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दूसरों के नकारात्मक विचारों से खुद को दूर रखें जो ये मानते हैं की आप कुछ नहीं कर सकते
8. सदैव लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें बिना ये सोचे की आप सफलता प्राप्त करेंगे या असफलता क्योंकि जो व्यक्ति का ध्यान इन सबसे ऊपर केवल लक्ष्य प्राप्त करने के प्रयासों पर केंद्रित होता है वही सफल होता है
मेरा लक्ष्य क्या है इसे निर्धारित करने से पहले हमे एक बार इस बात पर जरुर विचार करना चाहिए की केवल उत्तम विचार ही जीवन के लिए उपयोगी नहीं होते कभी -कभी साधारण विचार पर भी अगर हम गंभीरता से उस पर कार्य करना शुरू कर दे तो आपको काफी अच्छे और आश्चर्यजनक परिणाम प्राप्त होगे और आपने जिस सर्वश्रेष्ठ विचार का ध्यान किया अगर उस पर एक प्रतिशत भी कार्य नहीं कर पाते तो उस सर्वश्रेष्ठ विचार का कोई महत्व नहीं है जीवन में, मेरा लक्ष्य है मुझे असफल नहीं बनना मुझे सफल होना है क्योंकि सफल लोग कर्मठ और मेहनत पर विश्वास करते है साधारण लोग केवल उसी से खुश रहते है जो जीवन मे हो रहा है और जो कुछ नहीं करते है वही असफल हो जाते है इसलिए हमारा लक्ष्य केवल कार्य पर ध्यान केंद्रित करने का होना चाहिए ना की कार्य की सफलता और असफलता के विचारों का मंथन करने में भले ही हमारे विचार साधारण है लेकिन उन विचारों पर कार्य करने मे जुट जाना है जब तक वो साधारण विचार आपके जीवन मे आसाधारण परिणाम नहीं दे देता
जीवन में जरूरी नहीं की हम दूसरो को देखकर ही अपना लक्ष्य चुने जो कोई व्यक्ति जीवन में कुछ कर रहा है और उसमें उसने सफलता प्राप्त कर ली तो हम उसे देखकर ही अपना लक्ष्य निर्धारित करें हो सकता है उस काम को आप उतने बेहतर तरीके से नहीं कर पाए हम जो कार्य को बेहतर तरीके से कर सकते है जिसे हम ज्यादा अच्छे तरीके से करने में सक्षम हैं भला वो कार्य क्यो न करें किसी की नकल करने के बजाय
जीवन में सदैव वहीं कार्य करना चाहिए जिससे आप का मन लगे न की वो कार्य जो आप को बोझ प्रतित हो जिसे आप बिना किसी उत्साह के बस खानापूर्ति के लिए करते जाएं उससे ना ही आप को लाभ होगा और ना ही उन लोगों को लाभ होगा जिनके लिए आप कार्य कर रहे हैं इसलिए सदैव वहीं कार्य करें जो आप का दिल चाहे जो आप को करने में खुशी हो ना की मायूसी तभी तो परिणाम सकारात्मक सोच के अनुरूप होगें
मेरा लक्ष्य की सिर्फ एक ही पहचान है मै वो व्यक्ति हूँ जो वो व्यक्ति बन रहा हूँ जो ये नहीं सोचता की वो हार गया है क्योंकि जब मैने देखा की बिना किसी विरोध के बिना मुश्किलों से असफलता से लड़े जीवन मे आप कुछ हासिल नहीं कर सकते तभी मैने अपने लक्ष्य को पहचान लिया क्योंकि जीवन हमे हर बार अलग तरीके से हमारा मूल्यांकन करता है और अगर हमारा रवैया उस मूल्यांकन मे ढीला हुआ और अपने आप को पूरी तरह से उस मूल्यांकन मे सिद्ध करने की कोशिश नहीं की तो हम कितना भी लक्ष्य बनाएं उसकी पहचान करे हमे निराशा ही हाथ लगेगी
हमे हर दिन कुछ समय खुद के साथ बिताना चाहिए कुछ जो जरूरी सवाल है खुद से पूछना चाहिए फिर उसके उत्तर की तलाश खुद करनी चाहिए राह खुद- ब- खुद मिल जाएगी
लक्ष्य निर्धारण की सूची तथा उसके लाभ के बारे मे तत्थ को समझते हैं
1. मै हर काम पूरे उत्साह के साथ करूँगा
2. मै हर कार्य दिल से करूँगा मेरी मुस्कान मेरी रहन सहन सब मे अब गर्मजोशी और जिंदादिली दिखनी चाहिए
3. हमे सबको खुश रखना है सदा हंसना है और हंसाना है दूसरो को
4. आप जिनसे भी मिले उन्हें आप ये एहसास दिलाएं वो लोग आपके अपने है इस एहसास को वो लोग जीवन भर नहीं भूलेगें तो वो लोग आपके लिए सदैव तत्पर रहेगें
5. लोगों की तारीफ करे अगर आलोचना भी करे तो उसका अंदाज भी उनको पसंद आए
6. सदैव लोगों को उनकी उम्मीद से ज्यादा दे उनकी आशा जीवन में कभी नहीं तोड़ने का सदैव प्रयास करें
लक्ष्य प्राप्ति के लिए सबसे महत्वपूर्ण है सही लक्ष्य का निर्धारण
1. खुद पर विश्वास करना सीखे
2. जीवन मे अविश्वास को कभी जगह नहीं दे
3. सदैव अच्छा सोचे अच्छे परिणाम की कामना करें
4. कभी किसी कार्य को कल की जगह आज पर निर्धारित करें
5. कार्य के प्रति समर्पित हो जाए
6. दूसरों के प्रभाव से प्रभावित होना छोड़े
7. खुद का वास्तविक मूल्यांकन करें
8. आप महत्वपूर्ण है आप की खुशियाँ महत्वपूर्ण है सदा ये सोचे
9. अपने विचारों को आकार दे
10. असफलता केवल एक सोच है बस यही सच माने
11. खुद पर कार्य करने की आदत डालें
12. खुद को इस तरह से ढ़ाले की आप जो चाहते है उसे प्राप्त कर सके
13. अपने मन और भावनाओं को अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए एक साथ लाएं
14. सदैव सब से कुछ न कुछ सीखते रहे
15. अपनी खुशियों के लिए सदैव कार्य करें
जो जीवन मे खुश है सफलता और असफलता के बोध से मुक्त है और जीवन के हर एक क्षण का आनंद ले रहा है असल में वही व्यक्ति सफल है जीवन मे, जब कोई आपके जीवन मे ये कहता है की आप कभी कुछ नहीं कर सकते और आपके विश्वास को तोड़ देता है लेकिन ठीक उसी वक्त कोई अपना उसके पास आकर उसका हाथ थाम के कहता है मै जानती हूँ तुम काबिल हो तुम मे सारी खुबियां है और तुम जरूर सफल होगे किसी का ये ही विश्वास आपको सचमुच मे सफलता दिला देता है सफल होने के लिए विश्वास की आवश्यकता होती है जो हमे जीवन जीना सीखती है अगर हमने मुस्कुरा कर जीवन जीना सीख लिया तो आपके लिए सफलता और असफलता मायने नहीं रखती
कार्य करूं मैं वो जिसमें न हो व्यवधान हां मेहनत हो कठिन मगर पर
कार्य हो वो महान सब की विजयी सुनिश्चित हो
बढ़े जिस से सबका मान समाज के प्रगति के पथ के लिए
हर दिन करूं मैं वहीं काम हां विजयी मंगलगान