हमारे रिश्ते को अब मुकाम मिले मै थोड़ा अब खुल के जी लूं तुम्हारी हंसी से मुझे थोड़ा आराम मिले क्या कहूँ तुम से बिन…
तुम्हारे प्रेम के आगे सब कुछ छोटा है बिल्कुल शून्य के समान है तुम्हारा प्रेम मेरे जीवन में ईश्वर के द्वारा दिया गया अब तक…
कई मंजर देखे हैं मैने जीवन में कई रास्तो से गुजर चुका हूँ मैं लेकिन मेरा हर रास्ता मुझे तुम तक ही लेकर आता है…
ये हमारी दुनिया है जिसे हमने मिलकर बसाया है जिसे हमारे तुम्हारे अलावा कोई भी नही देख सकता है जहाँ हर ओर तुम्हारा और हमारा…
आज उसकी हंसी पूरे घर में ऐसे गूंज रही है जैसे बसंत ऋतू में हल्की ठंडी हवा बह रही हो जैसे हल्की ठंडी हवा ने…
प्रेम को अगर सीमित कर दिया जाए किसी दायरे में उसे बांध दिया जाए तो फिर वो प्रेम ही कहाँ रह जाऐगा प्रेम भला बंधन…
तुम्हारा और मेरा प्यार सबसे अच्छा है तुम मुझे समझती हो मै तुम्हे समझता हूँ तुम हंसती हो तो मै हंसता हूँ तुम रोती हो…
ये कौन रो रहा है जिसके आंसू मुझे विचलित करते रहते हैं ये किसकी सिसकियां है जो बेहद खामोश है फिर भी मै इन्हें सुन…
रात भी बड़ी अजीब होती है जितनी खामोशी बाहर होती है उतना ही शोर भीतर होता है कभी कभी ये समझ में नहीं आता है…
आज जलपरी का पहला दिन था हमारे घर में हमारी नन्ही सी बेटी जो आज हमारे बेडरूम में थी जहाँ हमारा प्रेम सदा रहता था…