Best Hindi Poems | Poetry in Hindi on Love
जब कोई नहीं होगा तुम्हारे साथ
जब तन्हाई ही तन्हाई होगी तुम्हारे पास
जब नहीं रहेगा तुम्हारा खुद पे विश्वास
जब टूट जाएगी तुम्हारी आस
तब मै दूंगा तुम्हारा साथ
जब खामोश हो जाएगी तुम्हारी आवाज
जब सुख और दुख का तुम्हे ना होगा एहसास
तब मै दूंगा तुम्हारा साथ
तब मै दिलाऊँगा तुम्हे विश्वास
टूटने नहीं दूंगा मै तुम्हारी आश
कोई करे या ना करे
मै हमेशा करूँगा तुम पर विश्वास
सच मानूँगा मै तुम्हारी कही हर एक बात
तुम मुझसे कहो या ना कहो
बिन तुम्हारे कहे ही मै
समझ जाऊँगा तुम्हारी हर एक बात
तुम बस हमेशा खुश रहो
इतना ही है मेरे जीवन में खास
दूर कहु एक जहाँ है
जहाँ मोहब्बत का निशां है
प्रेम वहाँ की जुबा है
दिल को छूती वहाँ हर एक रूह धुंआ है
वहाँ तुम्हे मै ले जाना चाहता हूँ
तुम्हारे साथ वहाँ प्रेम की
एक नयी दुनिया बसाना चाहता हूँ
उम्र बहुत लंबी है मेरे हमराज
इसलिए मै तुम्हे हर एक दिन
अपने प्रेम के फूलो से सजाना चाहता हूँ
तुम्हे अपनी रूह के भीतर तक बसाना चाहता हूँ
मैं क्या लिखूँ मुझे इतना तुम इतना बता दो
तुम्हारी जादूई शख्सियत को देखने के बाद से
मेरी कलम आवाक रह गयी
कलम को शायद गरूर था
उसने सारी जहाँ की खूबसूरती को
अपने शब्दों में समेट लिया है
लेकिन तुम्हे देखने के बाद
मेरी कलम का गुरुर हमेशा के लिए शांत हो गया
फिर तो उसने कुछ भी लिखने से इंकार कर दिया
वो शर्मिंदा था खुद पर
इसने इससे पहली ऐसी बला की
खूबसूरती कभी देखी नहीं थी
मेरे कलम के पास वो शब्द थे ही नहीं
जो तुम्हारी तारीफ में कुछ लिख सके
इसलिए मेरी कलम जा कर छिप गयी कहीं
तब से इस कलम को तलाश करते करते
मै थक गया हूँ पर कलम है जो की मिल ही नहीं रही है