महत्त्वपूर्ण यह नहीं की आप क्या है महत्त्वपूर्ण यह है की आप क्या बनना चाहते है महत्त्वपूर्ण यह नहीं की आप किस स्थान पर खड़े है बल्कि महत्त्वपूर्ण यह है की आप को जिस स्थान पर पहुँचना है उस स्थान पर कैसे पहुंचे
हर किसी को एक अलग तरिके से अपने लक्ष्य को तैयार करना चाहिए सबसे पहले हमे ये तो पता होना चाहिए की हमे पहुंचना कहाँ है
हर कोई जीवन मे यही चाहता है की उनके पास एक अच्छी नौकरी हो जिसमें उसे अच्छे पैसे मिले एक सुंदर सा घर एक बेहतर परिवार जिसकी जिम्मेदारी आप पूरी कर सके आपकी क्षमताओं का पूरा सम्मान मिले चाहे वो आपका कार्यालय हो आपका घर हो या आपका समाज हो और आप इसमें हर दिन और वृद्धि की अपेक्षा रखते हैं
आप चाहते है की आपके पास अच्छे दोस्त हो
आप प्रमुख सामाजिक संस्थाओ से जुड़े हो
आप प्रमुख संस्थाओं के प्रमुख बनना चाहते है
आप अपने परिवार के जीवनस्तर मे सुधार लाना चाहते है
आप बेहतर तमाम सुख सुविधाओं से संपन्न घर मे रहना चाहते है
आप आय के मामले मे स्वतंत्र होना चाहते जिससे आप कभी आभाव का सामना ना करे
आप लोगो पर अपना प्रभाव जमाना चाहते है
अधिकतर लोगों का यही लक्ष्य होता है जीवन का सामान्यतः
अपने गतिशील वस्तुओं की तलाश जो जीवन को आर्थिक मानसिक शारीरिक सुरक्षा प्रदान करे प्राप्त करने की अपेक्षा जो जीवन के भौतिक पदार्थों के प्रति किया जाने वाला प्रयास ही तो जीवन के लक्ष्यों को निर्धारित करता है जिसमें आप के पास हर जगह खुद का भव्य स्वागत करना, अपने आस पास के लोगों को अपने प्रभाव से प्रभावित करना, अपनी शख़्सियत को बेहद खास बनाना जिसमें एक खास आकर्षण हो जिसमें सब मग्न मुग्ध हो जाए, अधिकांशत लोगों की इच्छा यही होती है तथा इसके साथ -साथ ही लोग जीवन मे और भी चीजों का मोह रखते है
एक बेहतर स्वास्थ्य की कामना
अच्छे भोजन का स्वाद का आनंद हमेशा लेना
अच्छी नींद लेना
अपनी मनपसंद वस्तुओं को प्राप्त करना
पैसा का कोई अभाव ना हो
वासना की पूर्ण संतुष्टि
अपने बच्चों का बेहतर भविष्य
खुद की आलोचना ना सुनना
जीवन मे छुट्टियों का आनंद लेना
आलीशान घर मे जीवन व्यतीत करना
बहुत सारे लोगों के जीवन का लक्ष्य लगभग यही माना जाता है लेकिन इसके बावजूद लोगों के पास क्षमताओं की कोई कमी नहीं होती है लेकिन इसमे उनका नजरिया और उनका फैसला कितना मजबूत है सब कुछ इस पर ही निर्भर करता है समझदारी का मतलब हमे समझना होगा जीवन की कला को सीखना , खुद की क्षमताओं को योग्य बनना, अपने हुनर को सही आकर देना ही तो सर्वगुणसम्पन्न होना है जीवन मे जो कुछ कमी है उसे पूरा करना है
जीवन को हम कैसे जीते है और जीवन मे हमे वास्तविक रूप से क्या चाहिए यही तो महत्वपूर्ण है जिस तरह हमे जीवन जीने के लिए वायु की आवश्यकता होती है ठीक उसी तरह वायु को भी शरीर की आवश्यकता होती है तभी तो वायु की सार्थकता सिद्ध होती है हम सब का जीवन मे सामान्य लक्ष्य क्या होता है
किस तरह खुद को प्रेरित करे
किस तरह खुद से ये मानने के लिए विवश करे की मै ना से हां तक की यात्रा को पूर्ण कर सकता हूँ
किस तरह हम भेड़ बकरियों की चाल से ऊपर उठे
किस प्रकार से अपने औसत से बेहतर की ओर प्रस्थान करे
किस प्रकार से हर उस परिस्थितियों पर काबू पाना सीखे जो हमे भावनात्मक रूप से कमजोर करता है
अपने व्यक्तिव को शशक्त रूप से प्रस्तुत करे जो कमजोर नहीं बल्कि बेहद मजबूत इरादों वाला हो
खुद को हमेशा से सकारात्मक प्रभाव मे लाना
जीवन की हर उस परेशानियों से मुक्ति पाना जो आप को आगे बढ़ने नहीं देता है
खुद को नकारात्मक प्रभाव से हर हाल मे बचाना
हमेशा बुराई से बचना लोगों की निंदा करने से खुद को हर हाल मे रोकना
जीवन मे जो भी गलतियां की है उसे सुधारना
कभी किसी के साथ बहस नहीं करना
गलतियां सदैव खुद मे तलाश करना ना की दूसरो मे तलाशना
लोग आप से क्या चाहते है इस बात को हमेशा समझना
पैसे कमाना पर बिना किसी को नुकसान पहुंचाऐ
पूर्णतः साक्षर होने के साथ साक्षरता का सही मतलब समझना
खुद पर अधिक से अधिक कार्य करना
परिवारिक खुशहाली तथा छोटा सा ही मगर खुशनुमा घर
आपने खुद पर कितना काम किया कितना समय दिया क्योंकि ये लगभग रचनात्मक निर्धारण की ओर इंगित करता है हम आखिर जीवन किस लिए जी रहे है हमारा ध्यान हमेशा भविष्य की चिंताओं पर ही क्यो टिका होता है हम वर्तमान के उन सुंदर पलो को बर्बाद क्यो कर देते है हम उन छोटे पलो का आनंद क्यो नही लेते हम बड़े नाम और शोहरत के पीछे क्यो भाग रहे है जबकि असल मे बड़े आप है और असली शोहरत आप की खुशियाँ है ना की कोई दूर की चकाचौंध और चमक क्या पता जिसे आप दूर से चमक समझ कर आकर्षित हो रहे है वहाँ आग लगी हो और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भाग रहे हो हो सकता है जब आप वहाँ पहुंचे तो आप को भी जान बचाने के लिए इधर उधर भागना पडे़ सदैव पैसो के लिए नहीं बल्कि खुद के विकास के लिए कार्य करना चाहिए जो स्थायी हो सदैव लक्ष्य ये निर्धारित होना चाहिए की हम सीखने के लिए कार्य कर रहे है
हमें अपने जीवन मे हर बाधाओं को पार करना ही होगा बिना विचलित हुए इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है जीवन मे किसी भी चीज की शुरुआत बस कर दे दिन कभी निधार्रित ना करे की कब से आप को काम करना है अपने विचारों को केवल विचारों तक सीमित नहीं रहने दे बल्कि उसे जी भर कर जीऐ
जब भी कोई विचार मन मे लाएं तो उसे सकारात्मक रूप से अपनाएं अगर मन मे नकारात्मक विचार भी आए तो आप उसमें भी सकारात्मकता को अपनाएं जो माहौल आप ने अपने जीवन मे खराब कर लिया है सदैव ये लक्ष्य होना चाहिए की उसमें हम सुधार कैसे करें जीवन में कभी खुद के ऊपर डर को कभी हावी ना होने दे सदैव ऐसी सफलता की कामना करे जिसमें सफल हर कोई हो जाएं
सफलता कोई यात्रा नहीं बल्कि एक पड़ाव है जिसमें बहुत से लोगों का सहयोग आवश्यक है तभी हम उस पड़ाव को पार कर सकते है जिसे लोग सफलता के नाम से जानते हैं हमें सदैव खुद को विनम्र और साधारण बनाने की आदत डालनी चाहिए क्योकि कभी -कभी जीवन मे जो घटित हो रहा है आप उसे सहन नहीं कर पाते हैं इसलिए हमें ऊर्जा जोश और इच्छाओ को संतुलित करके बढ़ना होगा जीवन मे जो हमे नहीं मिलता हम उससे घृणा करने लगते हैं हमारे मन मे उसके लिए क्रोध और नफरत की भाव उत्पन्न होता है हमे इसी के ऊपर काबू पाना है इस मानसिकता को हम अपने जीवन में जगह नहीं देगे सदैव मन को आराम देने की आवश्यकता होती है बेवजह कोई भी दवाब खुद पर हावी नहीं होने देना है हमारा लक्ष्य जीवन मे सदैव अपनी क्षमताओं पर होना चाहिए ना की अपनी कमजोरियों पर अगर कमजोरियों पर ध्यान है तो लक्ष्य केवल उसे सुधारने पर लगाना चाहिए
जो विधार्थी जीवन में दायित्व है उसकी पूर्ति करना जीवन के सही लक्ष्य का चुनाव करने जैसा है हर उस चीज से दूरी बनाना जो उन्हें भटका सकती है छात्रो को अपना मूल्यांकन प्रत्येक दिन, प्रत्येक सप्ताह, प्रत्येक महीने के अनुसार करना चाहिए ताकि उन्हें अपने त्रुटियों का आभास हो सके ज़िन्दगी में जो बुरी आदतें है अगर उसे छोड़ने से कुछ बेहतर होता है तो मै उन सारी बुरी आदतों का त्याग कर दूंगा जो मुझे कमजोर और उलझाती है इस सोच का विकास आवश्यक है
स्वंय के विकास का लक्ष्य निधार्रित करना
दूसरों से कुछ न कुछ हमेशा सीखते रहना सकारात्मक दिशा में
छात्र जीवन मे जो शिक्षा के अवसर प्राप्त हुआ है उस अवसर का खुल कर लाभ उठाना
सदैव लक्ष्य जीवन में सफल बनने का होना चाहिए ना की सफल होने का क्योंकि इन दोनों वाक्यो में अंतर है
सफलता सदैव स्थायी नहीं होती है आती है जाती है जबकि सफल होने के मतलब जीवन के सार को सीख लेना जिससे जब भी सफलता आप से रूठ कर झिटक जाए तो आप दूबारा से उसे प्राप्त कर सकते हैं
महिलाओं के जीवन का लक्ष्य केवल परिवार संभलना नहीं है बल्कि उनके जो सपने है उन्हें भी पूरा करना ही उनका प्रमुख लक्ष्य होना चाहिए महिलाओं का लक्ष्य ये भी होना चाहिए की वो सभी महिलाओं के लिए ही नहीं बल्कि पुरूषों के लिए भी प्रेरणास्रोत बनकर आगे आए उन्हें अपने जीवन की बाधाओं से बिना घबराएं आगे बढ़ना है तथा अपनी उपलब्धि को सभी के साथ साझा करने की आवश्यकता है ताकि और भी महिलाऐं पुरुष बच्चे उनसे कुछ सीख सके जो उनके जीवन मे आ रही कठिनाइयों को दूर करने में सदैव सहायक साबित हो
इसमें हमे महिलाओं के प्रति पूर्ण सम्मान और सहयोग की भावना को बढ़ाने की आवश्यकता है जिसमें रूढ़िवादी मानसिकता की कोई जगह नहीं होनी चाहिए हमे उन्हें विपरीत परिस्थितियों मे भी उनके लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है जो शिक्षा महिलाएं ले रही है उनका उपयोग जब तक समाज के विकास मे नही होगा तब तक ये प्रक्रिया अधूरी मानी जाएगी क्योंकि महिलाओं को ये समझना होगा उनका कर्तव्य समाज के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना उनका उनके परिवार के लिए उन्हें सदैव विपरीत परिस्थितियों मे भी अपने लक्ष्य के प्रति सकारात्मक होना होगा क्योकि समाज के निर्माण मे पुरूषों का हक जितना ज्यादा है उतना ही महिलाओं का भी है तभी विकास संभव है
उन्हें अपने निर्णय स्वतंत्र होकर लेने होगे
उन्हें सबसे ज्यादा खुद की देखभाल की जरूरत है
हर समय खुश रहना है मुस्कुराते हुए रहना है
उन्हें सबसे ज्यादा खुद से प्यार करना होगा
हमें जीवन मे अपना लक्ष्य निधार्रित करना होगा
हमें अपने हर असफल प्रयास को भूलना होगा
सोच सदा सकारात्मक रखनी होगी
अगर बार -बार असफलता मिल रही है तो उसे अलग तरीके से करने के बारे मे सोचना होगा
कभी भी जीवन मे जो लक्ष्य निधार्रित किया है उसे आधा अधूरा नहीं छोड़ना है
हमें अपने जीवन मे हर कोर्य को मर्यादित ढंग से करने की आवश्यकता है जिसमें हमारी ऊर्जा हमारी सोच और हमारा संकल्प का मिश्रण परिणाम के स्वरूप बाहर आना चाहिए
हमें कार्य को तुरंत अतिशीघ्र ही करने की आदत डालनी चाहिए
हमें अपने मन और वाणी पर नियंत्रण रखना होगा
हमें हमेशा दूसरो से सीखते रहना है और ध्यान केवल कार्य पर लगाना है परिणाम पर नहीं
सदैव अपने व्यवहार मे मधुरता लानी है किसी से कठोर वचन नहीं बोलने है
अपनी गलती को खुले दिल से स्वीकार करना है
गलतियां सदैव दूसरो मे नही खुद मे ढूँढनी है
हर किसी को जिसने आप के साथ बुरा व्यवहार किया है उसे एक मौका गलती सुधारने का अवश्य देना चाहिए
एक छात्र के रूप में सबसे बड़ा लक्ष्य तो खुद पर नियंत्रण ही तो है
अपने विधार्थी जीवन मे हर चुनौतियों को स्वीकार करना
विधार्थी के रूप मे अगर हम किसी कार्य मे असफल हो रहे है तो हमें तब तक कोशिश करनी चाहिए जब तक हम सफल नहीं हो जाते क्योंकि अगर विधार्थी के रूप मे हमने इस गूढ़ रहस्य को अपने जीवन मे अपना लिया तो हम अपने भविष्य मे एक बेहद मजबूत इंसान के रूप मे उभरेंगे
हमें ये मानना होगा की हर दिन एक नयी शुरुआत है
विधार्थी के रूप मे हमारे हर कोशिश मे आत्मविश्वास की शक्ति की आवश्यकता है
आप का मजबूत पक्ष यही है की जिसके भीतर संकल्प है उसके भीतर मंजिल पाने की क्षमता होती है
सदैव यही सोचना मै तब तक नहीं रूकूंगा जब तक मै उन सपनो को पूरा ना कर लूँ
जो मुझे सोने नहीं देती है
ये सदैव समझना असफलता रास्ता है और सफलता मंजिल जब तक दोनों साथ नहीं आएगें तब तक मै लक्ष्य कैसे पाऊँगा
जीवन मे हो रहे परिवर्तन को एक महान घटना समझकर स्वीकार करना
अगर मुझे आज से ही शुरुआत करनी है तो मै एक प्रभावशाली व्यक्तित्व की परिकल्पना करूँगा जिसमें सोच पर लगी ज़ंग साफ की जाएगी जिसमें नये विचार आएगें नये सपने उभरेंगे महत्वाकांक्षा की शुरुआत ही नहीं होगी अपितु उसके लिए हर संभव कार्य करने की प्रेरणा का भाव भी इसमें निहित होगा
मै अगर आज से शुरुआत करता हूँ तो मेरी यही कोशिश होगी मै ऐसे दोस्त बनाऊंगा जो हर परिस्थितियों मे मेरे साथ खड़े रहे
मै ऐसी कोशिश करूँगा की लोग मेरी बाते प्रेम से मान जाए कभी मै जोर आजमाईश करूँ ही नहीं ऐसा मै व्यक्तिव बनाऊँ खुद का
मेरा उद्देश्य शिकायतों से निपटने का होगा जिन्हें भी मुझ से शिकायत है मै उसे दूर करने की हर संभव कोशिश करूँगा
सदैव कोशिश यही होगी की मै हमेशा बहस से बचूं ना की उसमें उलझ कर अपनी ऊर्जा व्यय करूँ
हर किसी के साथ मधुर संबंध बनाना मेरी आज की प्राथमिकता होगी ताकि आने वाला हर दिन मेरा आसान हो सके
लोगों से बेहतर तरीके से कैसे बात करते है एक अच्छा वक्ता बनना
हर किसी का उत्साह बढ़ना
जो मैने लक्ष्य निधार्रित किया है उसमें कुछ बातें मेरी नजर में बहुत मायने रखती है
ज्यादा लोगों से मिलना मेरी प्राथमिक होगी ताकि मै उनसे कुछ सीख सकूँ
मेरा जो औसत है किसी भी कार्य को करने का उसमें मुझे सुधार की आवश्यकता है हर हाल मे और इसके लिए मुझे मेहनत करने के लिए संकल्पित होना पड़ेगा
जीवन मे सकारात्मक प्रभाव डालने के सशक्त तकनीकों को बारीकी से सीखना
सशक्त प्रस्तुति को बेहतर तरीके से समझना
सकारात्मक देह संकेतों का सकारात्मक प्रभाव को समझना
लोगों का सहयोग कैसे हासिल करें इसपर मेरा ध्यान केंद्रित होगा
जब कोई काम ना आए ना ही जब कुछ समझ में ना आऐ तो उस परिस्थितियों का सामना कैसे करना है
सबको उसकी गलतियां सुधारने का मौका देना है
अपनी गलतियां पर जब भी सुधार करूँ तो मुझे ये आसान लगना चाहिए ना की जटिल
उस तरीको की तलाश करनी है जिससे लोग मेरे कार्य को करने मे प्रसन्नता महसूस करें
अक्सर जो अपने जीवन मे सफल है वे संपत्तियाँ इकट्ठा करते है और जिनके पास सदा आभाव रहता है उनकी सदैव कोशिश दायित्व का निर्वाह करना ही अपनी असली संपत्ति मान बैठते हैं अक्सर सुखी जीवन जीने के लिए हमें संपत्ति और दायित्वों का फर्क सही से मालूम होना चाहिए संपत्ति लोगों के लिए पैसे बनाने का काम करती है अर्थात आय के विभिन्न साधनों को अपने विकास के लिए बेहतर साधनों के लिए संचय करना जबकि दायित्व पैसो को खर्च करवाती है जो आप की जिम्मेदारी है उसे पूरा करते हुए अपनी संचित संपत्ति को धीरे- धीरे खत्म करने जैसा है सफल जीवन का असली सार यही है जो आभाव ग्रस्त है जरूरी नहीं आभाव केवल धन का ही हो मानसिक बैद्धिक आभाव भी बहुत मायने रखता है वो ऐसा नहीं की वो पढ़े लिखे नहीं है या फिर वो कुछ पढ़ लिख नही सकते है बल्कि वे सीख नहीं सकते है
जो जीवन भर उन्होंने सीखा है उसे कभी भुलाना नहीं चाहते है जो जीवन पद्धति उन्होंने अपना रखी है उसे वो बदलने से डरते है उन्हें जीवन मे किसी भी असामयिक परिवर्तन से डर लगता है और फिर कभी भी वो दूबारा कुछ सीखना ही नहीं चाहते बस इस डर से हमेशा बचने की कोशिश करते रहते हैं और कुछ न कुछ अपने बचाव मे तर्क देते रहते है अगर आप इन सब से ऊपर उठने की कोशिश करते है तो आप भविष्य मे बेहतर और सुखमय जीवन की कल्पना को साकार कर सकते हैं
कोई व्यक्ति बहुत शिक्षित हो उसने उच्च शिक्षा प्राप्त की हो
उसने एक बेहतर नौकरी भी प्राप्त कर ली हो लेकिन
व्यावहारिक रूप से बेहतर ना हो और ये व्यक्ति जीवन भर ही ऐसा ही रहेगा क्योकि इसने अपना विकास ही ऐसे किया है उसके आस-पास के लोग भी ऐसे ही है
और हो सकता है जिस जगह वो काम करता हो उसकी टीम मे भी ऐसे ही लोगों की संख्या अधिक हो
इसलिए जीवन में कोई भी दूरगामी लक्ष्य बनाने से पहले आप को इस परिस्थितियों पर काबू पाना होगा
आप को इसे बदलना होगा
इस सोच से बचना होगा जब ये हो जाएगा तो मै ये करूँगा
जब ये ऐसा होगा तभी मै ऐसा करूँगा तो अभी क्यों नहीं
अभी भी तो वही वक्त है बस अब जरूरत है कर देने की ना की सोचने की
यही सफल और खुशहाल जीवन का सबसे बड़ा सार है जो आप के जीवन को आप के और आप के सपनों तक की लम्बी दूरी केवल यही से तय की जा सकती है
सदैव बाधाओं को पार करना जरूरी है
जो लक्ष्य बनाया है उस पर कार्य करने की शुरुआत कर देना
हमेशा सीखने के लिए कार्य करे ना की धन पाने की जिज्ञासा को इसमें लाए
हमेशा गलती सुधारना आसान लगना चाहिए बावजूद दोष देने के
हर किसी के भावनाओं का पूर्ण सम्मान करना
लोगों के कार्यो से खुद की तुलना मत करे बल्कि अपनी काबिलियत से खुद को परखे
हमे जीवन मे सुख दुःख के साथ तालमेल बनाकर चलना है
अपने भावनाओं पर काबू पाना
अपने ऊपर हर हाल मे विश्वास करना
कल पर कार्य को टालने से मुक्ति पाना
अगर हमे अपने जीवन मे जो लक्ष्य निधार्रित किए है उसमें सफलता चाहिए तो हमें इन प्रमुख बातो को नजरअंदाज करने से बचना है
खुद को अच्छा बनना
समाज मे मेल जोल बनाकर रखना
खुद के आत्मसम्मान की रक्षा करना साथ ही साथ औरो के भी आत्मसम्मान की रक्षा करना
कौन सी ऐसी सबसे बड़ी परेशानी है जो हमे हर बार आगे बढ़ने से रोकती है इसे अच्छी तरह से समझना
सफलता हमे किस आधार पर चाहिए इस मापदंड को तय करना लोगों के सहयोग से या उनको अपमानित करके
हमारे आस पास के चीजो को देखने का नजरिया कैसा है सकारात्मक या फिर नकारात्मक इसे अच्छी तरह से समझना
अपनी बुरी आदतों पर कैसे नियंत्रण करे
लोगों के नैतिक मूल्यों की सदैव रक्षा करना
कामयाबी की ओर ले जाने वाले रास्ते का निर्माण करना जो पीछे से आ रहे लोगों के लिए उपयोगी साबित हो
कुछ जीवन के उलझे रिश्ते के सवालों का जवाब तलाश करना जो अब तक अधूरा है
प्रभावशाली व्यक्तित्व की कला को सीखना इसे ही तो कहते है
जीवन मे ऐसे बहुत सारे छोटे- छोटे लक्ष्य हमे बड़े लक्ष्यों की पूर्ति करने मे सहायता प्रदान करती है
जीवन मे लक्ष्य की तलाश करना ही तो सफलता के मार्ग को तलाश करने जैसा है क्योंकि जीवन लगभग लक्ष्य और सफलता के इर्द गिर्द ही घूमते रहते हैं आप कभी भी तुरंत परिणाम प्राप्त नहीं कर सकते आप को धैर्य मेहनत और लगातार प्रयास करते रहने की आवश्यकता होती है तभी आप हर रोज की थोड़ी -थोड़ी मेहनत से आप स्वंय उच्च लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं जीवन मे अगर आप बेहतरीन परिणाम चाहते है कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर आप को विचार करने की आवश्यकता होती हैं
आप के जीवन मे ऐसा क्या है जिसके बिना आप नहीं रह सकते
वर्तमान समय में आप ने क्या लक्ष्य निर्धारित किया है और उसके लिए आप अभी क्या कर रहे हैं
अगर आप एकाएक धनवान बन गये या फिर कही से आप के पास बहुत सारे पैसे आ गये तो फिर आप क्या करेगे
आप का सपना क्या था जिसे पूरा करने की कभी आप ने हिम्मत नहीं जुटाई
आप को ऐसा क्या करना पसंद है जो आपको आत्मसंतुष्टि देता है
यदि आप को लगता है की आप असफल नहीं हो सकते तो आप अपने सपने और हकीकत के फर्क को मिटाने के लिए कितनी मेहनत करेगें
अगर आप इन प्रश्नों के उत्तर खुद से पूछे और जवाब आप को ईमानदारी से मिल जाए तो ये आप के जीवन की हर परेशानियों का हल तलाशने मे तथा अपने दीर्घकालिक लक्ष्य को पूरा करने का सहायक बिंदु साबित होगा
एक व्यक्ति को विकसित होने के लिए सदैव मन को नये विचारों से भरना होता है जैसे आपके शरीर को स्वस्थ आहर की आवश्यकता होती है वैसे ही आपके दिमाग को स्वस्थ सूचना रचनात्मक आहार की आवश्यकता होती है
इसके लिए हर रोज हमे अच्छे किताबों की लोगों के अच्छे विचारों की तथा अच्छे माहौल मे अच्छे लोगो के साथ कुछ समय बिताने की आवश्यकता होती है आप अपने जीवन मे जो भी लक्ष्य तैयार किया है उसे कितने समय सीमा अवधि मे समाप्त करना है इस पर विचार करने की आवश्यकता है
सदैव इस बात को सोचकर मन छोटा ना करे की आपके पास क्या नही है बल्कि सदैव ये सोचे की आपके पास जो भी संसाधन मौजूद है आप उसी का उपयोग अपने विकास के लिए करेगें सदैव हमे जीवन मे धैर्यवान बनना होगा क्योंकि कभी -कभी परिस्थितियां वैसी नहीं होती जैसा हम समझते है बल्कि परिस्थितियां उसके विपरीत भी होती है और हम तुरंत उस पर अपना निर्णय सुना देते हैं लक्ष्य के साथ ही साथ आपको आपके स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना आवश्यक होता है लोगों का सदैव विश्वास जीतने की आवश्यकता है अपने व्यवहार मे शालीनता लाने की आवश्यकता है उम्मीद केवल खुद से रखे तभी आप किसी भी परिस्थितियों से निपट सकते है दूसरे से उम्मीद थोड़ी बहुत रखे मगर ज्यादा की उम्मीद नहीं रखे