मैं जब असफल होता हूं तो मैं सोचता हूं मेरे प्रयास में जरूर कोई कमी रही होगी जिसके वजह से मैं असफल हुआ मैं उस कमजोरी को खोजता हूं फिर मैंने जो सफलता प्राप्त करने के लिए जो प्रयास किया था उसमें मैंने कितना प्रतिशत सच में ईमानदारी से दिया ये खुद से पूछता हूं और जवाब मुझे मिल जाता है क्योंकि अगर हम खुद से ईमानदार रहें तो जीवन में कभी असफल नहीं हो सकते है
मेरा समय जब व्यर्थ में बर्बाद होता है और मैं बिल्कुल असहज महसूस करता हूं तो मैं आकाश के नीचे खड़ा होकर सूर्य की तरफ देखता हूं फिर मैं लोगों की तरफ देखता हूं तो मैं समझ जाता हूं सूर्य बिल्कुल स्थिर है अपने जगह पर फिर भी लोगों के जीवन को प्रभावित कर रहे हैं क्योंकि लोगों का जीवन सूर्य पर ही निर्भर है इतना प्रकाशमान होने के बाद अपने प्रकाश का उपयोग संसार को रौशनी देने के लिए कर रहे हैं बिल्कुल अपनी अवस्था से बिना हिले इतना सोचने के बाद मेरे पास सकारात्मक कार्यों को करने के लिए समय कम पड़ जाता है और समय का सदुपयोग होता है
अगर आप अकेले हैं ये तो और भी अच्छी बात है क्योंकि जीवन में हर रंग में हमें सकारात्मक देखनी चाहिए आप अकेले हैं तो किसी और का अकेलापन दूर कर सकते हैं किसी के दुःख सुख को बांट सकते हैं किसी की मदद कर सकते हैं परिवार वो नहीं जिसमे हमारे अपने सदस्य हैं बल्कि परिवार वो है जहां पूरी मानवजाति ही हमारा परिवार है
अगर आप दुःखी है तो दुःख से उबड़ने का सबसे अच्छा तरीका है की आप दूसरों के दुःख को कम करने की कोशिश करें और जब आप ऐसा करेंगे और आप की वजह से किसी दुःखी मनुष्य के चेहरे पर मुस्कान जब आएगी तो आप अपना सारा दुःख भूल जाएंगे दुःख में विलाप करने से अच्छा है उस दुःख को जीवन में सकारात्मक बदलाव के रूप में अपनाएं
अगर आप क्रोध में है तो फिर आप को कुछ करने की जरूरत नहीं है आप का सारा काम आप का क्रोध ही कर देगा आप का मान सम्मान भंग कर देगा समाज में आप की छवि खराब कर देगा तो बेहतर है जब क्रोध आए तो आप अपनी मां का मुस्कुराता चेहरा याद करें किसी छोटे बच्चे का मुस्कुराता चेहरा आप का क्रोध खुद ब खुद शांत हो जाएगा
जब आप गलती करे तो उसे खुलकर स्वीकार करें क्योंकि जब हम गलतियों को जीवन में स्वीकार करना सीख लेंगे तो हम कभी निराश नहीं होंगे क्योंकि गलती को स्वीकार करना भी अपने में ही बहुत बड़ी सकारात्मकता है क्योंकि जब आप अपनी गलतियों से सीखने लगेंगे तो आप ये जान लेंगे जो आप को जानने की आवश्यकता बहुत पहले से थी आप का एक नया व्यक्तित्व उभर का सबके सामने आएगा
सबसे पहले हम ये जानते हैं असफलता क्या है किसी कार्य के कोशिश में मिली नाकामी जो केवल हमारे आस-पास भय का माहौल बना देती है तो क्या इतने से ही हम निराश हो जाएंगे वो तो बस एक मामूली कोशिश थी जिसमें हमने अपना सम्पूर्ण समर्पण नहीं दिया था सफलता को प्राप्त करने के लिए तो अगर असफलता मिली तो क्या हो गया हम फिर से कोशिश करेंगे लगातार कोशिश करेंगे और तब तक कोशिश करेंगे जब तक सफल न हो जाए
असफलता के डर को कैसे दूर करें :–
1. असफलता को दूर करने के लिए खुद पर आत्मविश्वास होना चाहिए
2. कड़ी मेहनत खुद की सफलता के लिए होना चाहिए
3.असफलता से बिना घबराएं तक तक प्रयास करना चाहिए जब तक सफलता प्राप्त नहीं हो जाती है
4. हमेशा सकारात्मक सोच होना चाहिए
5. हर नकारात्मक प्रभाव में भी सदा सकारात्मक प्रभाव को खोजना
लगातार निरंतरता से प्रयास करने से और दुनिया को एक अवसरों का सागर समझ कर कार्य करना चाहिए ताकि एक दिन इस महासागर में हम सफलता के गोते लगा सके
अगर पहले उत्तर में असफलता मिले तो हमें अपने उत्तर को और बेहतर उच्च स्तरीय बनाना होगा हमें दूसरे बार तीसरे बार चौथे बार हर बार उत्तर देना है जिससे हम बेहतर से सर्वश्रेष्ठ बनते जाएंगे और हम इतना कुछ सीख चुके होंगे जो की हमें हमारे जीवन की चुनौती में भी काम आएगी
1. संसार में जो हम देखते हैं समझते हैं उसका भी एक कारण है
2. संसार में कोई भी घटना बिना कारण के घटित नहीं होती है
3. मन की क्षमताओं को मापना असंभव है
4. असफलता पर नियंत्रण अतिआवश्यक है
5. सफलता की गति को कोई माप नहीं सकता है
जितनी बार असफलता मिलेगी उतना सफलता प्राप्त करने कि संभावना बढ़ती ही जाएगी क्योंकि असफलता हमें अंदर से तोड़ती नहीं बल्कि मानसिक रूप से इतना मजबूत बना देती है की हमे जब तक सफलता नहीं प्राप्त नहीं होती हम तब तक नहीं मानते हम कोशिश करने के भय से मुक्ति हो जाते हैं क्योंकि हमारे लिए हार मायने नहीं रखता है मायने रखता है केवल जीत आदिकाल से ही आदिमानव विकास की गति को निरंतर बढ़ाते हुए आधुनिक युग तक का सफर तय कर चुके हैं और ये संभव हुआ जब शिक्षा और सीखने की प्रक्रिया दोनों की उपयोगिता का उपयोग समान रूप से हो सका
जीवन में असफल होने के बाद सफल होने की कोशिश ज्यादा से ज्यादा करते हैं क्योंकि हार हमें ये बताने आती है की जीत की तैयारी कर लो क्योंकि असफलता बहुत खुबसूरत होती है वो शिक्षक की तरह हमें हर एक मोड़ पर बेहतर बनाती है जब तक हम बेहतर बन नहीं जाते
उदाहरण के लिए हम कितने ऐसे महापुरुष को जानते हैं जिन्होंने हर बार असफलता प्राप्त कर दिया दुनिया ने भी उन्हें असफल मान लिया लेकिन जीवन में मध्य आयु में आकर उन्होंने कभी हार न मानने वाली सोच से सफलता प्राप्त की और इतिहास में सदा के लिए अमर हो गये
हम अगर असफल हो गये मेहनत करेंगे कोशिश करेंगे अगर हम एक कदम पीछे हटते हैं तो फिर सौ कदम आगे आने की कोशिश करेंगे पर कदम बढ़ते जाएंगे ये रूकेंगे नहीं जब तक कदम अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच जाते
असफलता ही इंसान को सफलता का मार्ग दिखाती है हम विफलता को सफलता के रूप में ही देखते हैं जो हमें कठिन मेहनत करने के लिए प्रेरित करती है जीवन में कर्मठ सदाचारी और ईमानदारी पूर्वक हर काम करने के लिए प्रेरित करती है मैं विफलताओं को सफलता की जननी मानता हूं
1. सदैव सकारात्मक रूप से हर एक चीज को देखें
2. असफलताओं में महान उद्देश्य को पहचाने
3. सदैव कोशिश पर ही ध्यान होना चाहिए न की हम सफल होंगे या असफल इसपर ध्यान होना चाहिए
4. जीवन के हर रंग का आनंद लेना चाहिए
5. कभी खुद को अकेला और उदास नहीं समझना चाहिए
6. परिवर्तन हमें नयी ऊंचाई देने आती है
7. हमें कोई समझे या न समझे हमें खुद को समझना चाहिए
8. जीवन प्रगति और प्रेम का प्रतीक है
9. असफलताएं आत्मविश्वास को बढ़ाने की ही दवा बनकर आती है
10. दो दिन का ही जीवन हो मगर उसमें मुस्कुराहट होना चाहिए
जो विचार हमें सबसे ज्यादा भयभीत करता है उसमें कहीं न कहीं हमारा हित ही छुपा होता है संधर्ष करना सच्ची कोशिश करना मेहनत करना कभी नहीं हिम्मत हारना मुस्कुराते रहना और हार को भी सकारात्मक रूप में लेकर उससे सीखकर जीतने की निरंतर कोशिश करना