संसार में अधिकतर लोग हारे हुए हैं पिटे हुए हैं चोट खाये हुए हैं क्योंकि हर किसी के जीवन में ऐसी समस्या है और ये हकीकत है लेकिन जो इन परिस्थितियों के आगे हार जाता है वह अपनी व्यथा से बिल्कुल बाहर नहीं आ पाता क्योंकि उसने अपने सपने को नष्ट होते देखा है लेकिन जिनके भीतर ऐसी परिस्थितियों से लड़ने का साहस होता है धैर्य होता है क्योंकि असफलता एक दलदल है जो हमे अपने भीतर खीच लेने के लिए व्याकुल है लेकिन अगर आपके पास साहस है धैर्य है तो आपको उस दलदल से अच्छी तरह से बाहर निकलना आता है क्योंकि असफल वही होता दु:खी वही होता है जिसके घांव अब तक नहीं भरे हैं लेकिन एक सच्चा और योग्य मनुष्य वही है जो इन घावों पर मरहम लगाकर धीरे -धीरे अपने अद्धभूत साहस और धैर्य के द्धारा उनसे उबरने लगते हैं और सफलता को गले लगाते हैं
साहस एक प्रयास है जो अपने आप को नकारात्मक परिस्थितियों में सकारात्मक बदलाव की ओर एक कदम है या फिर ये कहे साहस वो क्षमता है जो किसी भी मनुष्य के अंदर एक भाव पैदा करती है जो कार्य सबके लिए असंभव है वो कार्य मेरे लिए ही बना है जो कोई नहीं कर सकता वो मैं कर सकता हूं ऐसी भावना केवल साहस से ही संभव है साहस एक तूफान है जो बड़ी-बड़ी रूकावटों को साफ करके अपना लक्ष्य प्राप्त करती है
धैर्य मनुष्य की क्षमताओं का सबसे बड़ा उदाहरण है जब समस्या काफी जटिल होती है हमारे नियंत्रण से बाहर हमारा एक गलत कदम हमारा सबकुछ नष्ट-भ्रष्ट कर सकता है ऐसी स्थिति में खुद को नियंत्रित करना ही धैर्य है अगर हम कोई कार्य कर रहे है और हमें पता है कि इसमें हमें सफलता मिलकर ही रहेगी इसी आवेश में या कहें जल्दी बाजी में कुछ ऐसे कार्य कर बैठते हैं जिससे हमारी जीत हार में बदल जाती है और हमारी प्रतिष्ठा पर भी एक प्रश्नचिन्ह लग जाता है तो जीवन में कठिन पलों का सामना जोश से नहीं होश से करना चाहिए जो धैर्य की निशानी है
अगर आप साहसी है तो आपको धैर्यवान होना ही चाहिए और अगर आप धैर्यवान है तो आप वास्तव में साहसी है जीवन में कुछ कार्य ऐसे होते हैं जिसमें साहस और धैर्य की आवश्यकता होती है अब हम इसे एक उदाहरण से समझते हैं आप की जीवन भर की जमा-पूंजी आप व्यापार में लगाते हैं और आप ने व्यापार करने का निर्णय ऐसे क्षेत्र में लिया है जो बिल्कुल अगल नया क्षेत्र है आप इस नये तरीके के व्यापार में अपनी जमा-पूंजी लगा दी तो आप एक प्रकार से साहसी है और अब आप को उस व्यापार में मेहनत करने कि बहुत आवश्यकता है आप लगातार मेहनत कर रहे हैं मगर आप ये चाहेंगे कि तुरंत आपको मुनाफा दे तो और आप का निवेश तुरंत आप को मुनाफे के रूप में प्राप्त हो जाए अगर मुनाफा नहीं हुआ तो आप धीरे-धीरे उस कार्य को छोड़ देंगे इससे आप की जमा-पूंजी भी समाप्त हो गयी और आप का समय भी इसे कहेंगे कि आप को धैर्य नहीं है अगर आप ने साहसिक फैसला लिया है और आप धैर्यपूर्वक कार्य नहीं करेंगे तो जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त नहीं कर सकते है और आप उसी क्षेत्र में मेहनत करते जा रहे हैं तो आपको लाभ अवश्य होगा जब हम कोई पेड़ लगाते हैं तो क्या तुंरत फल देने लगता है जवाब है नहीं उसमें खाद्य पानी डालना पड़ता है उसकी सेवा करनी पड़ती है और एक बार पेड़ लग जाता है जो जीवन भर आप के बाद भी कितने ही पीढ़ियों को फल देता रहता है
साहसी व्यक्ति खुली आंखों से सपने देखता है उसे पता है कि वो जो सपने देख रहा है उसे पूरा करने में वो कोई कसर नहीं छोड़ेगा छोटी-छोटी असफलताओं से बिना प्रभावित हुए वो अपने कार्य में लगा रहेगा जब तक उसके सपने पूरे नहीं हो जाते
- वो साहसी व्यक्ति ही होता है जो एवरेस्ट की चोटी पर पहुंच जाता है
- वो साहसी व्यक्ति ही होता है जो पर्वतों पर सड़क बना देता है
- वो साहसी व्यक्ति ही थे जो बिना लड़े केवल अहिंसा से भारत की आजादी की लड़ाई को एक नयी ऊंचाई दे रहे थे
- वो साहसी मनुष्य ही होता है जिनकी संख्या युद्ध में मात्र 21 होती है और वो दस हजार लोगों से लड़ता है
- साहसी मनुष्य वही है जो हर परिस्थिति में हार को स्वीकार नहीं करे अंतिम सांस तक जीत की आशा रखता है
साहस एक गुण है तो सफलता प्रयासो का परिणाम है किसी कार्य को करने का निर्णय ही साहस है और उस कार्य को पूरा करना सफलता है एक साहसी व्यक्ति अपने निर्णयों से कभी पीछे नहीं हटता इसके लिए भले ही उसे कितने ही प्रयास करने पडे़ पर अंत में वो सफल अवश्य होगा क्योंकि हम जैसा सोचते हैं हम वैसा ही बन जाते हैं सफलता की सोच और हर दिन उस पर किया जाने वाला परिश्रम हमें सफलता प्रदान करके ही रहेगा
- साहस और धैर्य ही मनुष्य को उसके लक्ष्य तक पहुंचा देती है
- साहसी मनुष्य का सबसे बड़ा धन उसका साहस और विषम परिस्थितियों में उसका धैर्य है
- साहस कर्म के सिद्धान्त पर कार्य करती है
- जो मनुष्य धैर्यवान है वहीं बलवान है
- साहस वो गुण है जो सबके भीतर समान रूप से होती है
- धैर्य हमारी इच्छाशक्ति की परिक्षा लेती है
- जो रूक जाता है वो शिला के समान है और जो कार्य करता रहता है वो पवन के समान है
- इतिहास साहसो की विजय शंखनाद है जहां कि सभ्यताओं ने निरंतर परिवर्तन को स्वीकार किया
- 9. जीतने के लिए हार का विश्लेषण करना परम आवश्यकता होता है
- 10. जीतता वहीं है जो जीतने के लिए ही मैदान मे आता है
जीवन में सदैव सफलता तभी मिलती है जब हमारे अंदर साहस और धैर्य दोनों होते हैं साहस और धैर्य हमारे कुशलता की परिक्षा लेती है हमारी निपुणता की परिक्षा लेती है हमारी योग्यता की परिक्षा लेती है हम कितने क्षमतावान है हमारी क्षमताओं की परिक्षा लेती है तभी सफलता प्रदान करती है इसलिए हर परिस्थिति में पहले सकारात्मक रूप से विचार करें फिर कार्य करे हमें अगर जीवन में सफलता प्राप्त करनी है तो हमारे भीतर साहस और धैर्य दोनो ही होना चाहिए और साहस और धैर्य ही हमें वास्तव में बुद्धिमान बनाती है हर विषय परिस्थिति के लिए तैयार करती है ताकि हम कोयले से हीरे में परिवर्तित हो जाए