आज हम सुबह से बहुत खुश थे आज हम शादी के एक साल के बाद पहली बार कही घूमने जा रहे थे हमने पहाड़ के बीचो बीच होकर गुजरने वाली गंगा नदी के किनारे कैंप में जाने की बुकिंग कराई थी वैसे हम हिमालय की घाटी में ही रहते थे एक छोटे से शहर में हमारे घर से वो कोई जगह सौ किलोमीटर होगा लेकिन पहाड़ो पर सौ किलोमीटर जाने में समय लगता है उसने सुबह सुबह ही मुझे उठा दिया बोली उठ जाओ चलना नहीं है क्या मैने कहा अभी थोड़ी देर सोने दो और तुम भी बगल मे आकर सो जाओ उसने गुस्से में चादर खीच ली और मै धड़ाम से नीचे गिर गया
मैने बोला ये क्या किया उसने कहा तुम्हे नींद से जगा दिया मै गिरा लेकिन मुझे चोट नहीं लगी थी मैने सोचा थोड़ा सा मजाक करते हैं फिर मैने सोचा इसकी आदत है हर बात दिल पे ले लेती है इसलिए मैने सोचा कही रोने लग गयी तो फिर मै भी खुद को नहीं रोक पाऊँगा इसलिए मैने उठना ही सही समझा उसने कहा मैने तुम्हारे अपने कपड़े रात में ही पैक कर लिए थे तुम तैयार हो जाओ जाकर दो घंटे बाद हमे निकलना भी है मै तुरंत चला गया क्योंकि मै कभी उसकी कोई बात नहीं काटता उसने मुझे वही सफेद शर्ट दी निकाल करके पहनने के लिए जो उसने हमारे शादी की सालगिरह पर मेरे लिए लेकर आई थी मै नहा के तैयार था उसने बोला ये सफेद शर्ट पहन लो इस सफेद शर्ट में तुम अच्छे लगते हो मुझे सुनकर अच्छा लगा उसने कहा नाश्ता लगा है टेबल पर कर लो मैने कहा तुम तैयार होकर आ जाओ हम साथ में नाश्ता करेगे फिर मै डाईनिंग टेबल पर उसका इंतजार करने लगा फिर थोड़ी देर में वो आई तैयार होकर मैने उसे देखा मैने कहा आपकी शादी हो गयी है उसने कहा हां हो गयी है फिर मैंने कहा मुझसे शादी करेगी उसने कहा मेरे पति बहुत कूटेगे आपको मैने कहा कहाँ है आपके पति तो उसने कहा यही सामने मुझसे बात कर रहे हैं फिर हम खुब हंसे हमने नाश्ता किया और निकल पड़े कैंप के लिए
रास्ते भर उसे खाना बहुत पसंद है जो भी दिख जाता बेचते हुए खरीद लेती इसलिए नही की उसे भूख है इसलिए की जो बेच रहे हैं वो छोटे बच्चे हैं और ये उससे देखा नहीं जाता मै उसके इसी अदा पर फिर फिदा हो गया रास्ते में हमने बहुत से फोटो खिंचवाई हिमालय पहाड़ की सुंदरता हमारे मन को मोह रही थी हम कैंप पहुँच गये थे जहाँ हमारे रुकने का इंतजाम टेंट के अंदर था अंदर लाईट लगी थी दो बिस्तर लगे थे और बाहर से नदी की बहुत तेज आवाज आ रही थी उसने कहा कितना अच्छा लग रहा है ना मैने कहा हां उसने कहा कितना सुंदर है सब कुछ मैने कहा तुम से सुंदर कुछ भी नहीं है उसने वही बच्चों की खिलखिलाहट सी हंसी छोड़ी मै बस उसे ही देखता रहना चाहता था उसने कहा चलो ना चाय पीते हैं फिर नदी के पास चलेगे मैने कहा क्यो नही चलो हमने चाय पी हल्की ठंडी सर्द हवा हमारे आस पास बह रही थी ऐसा लगता था इस प्रकृति की छांव में हम हमेशा के लिए यही रह जाए लौट कर वापस कभी ना जाए हम नदी के किनारे पहुँचे हम चुपचाप उस नदी के शोर को अपनी खामोशी से बस सुन रहे थे और उसकी नीले पानी को बस देखे ही जा रहे थे हम वही पत्थरो पर बैठ गए मैने कहा तुम इतनी खामोश क्यो हो गयी यहाँ पर उसने कहा हमे खामोश रहकर प्रकृति को सम्मान देना चाहिए
मैने कहा मै तो खामोश नहीं रह सकता मै तो तुम्हे सम्मान दूंगा मेरी प्रकृति तुम ही तो हो हमने वहाँ बैठकर घंटो बिताएं हमारे प्रेम के सफर की सुनहरी यादों को हमने वहाँ ताजा की मैने उससे कहा तुम अगर मेरे साथ नहीं होती तो ना जाने मेरा क्या होता हमने कितना उतार चढ़ाव देखा वो समझ गयी थी शायद मै इमोशनल हो गया हूँ उसने कहा हम अभी साथ है ना हम एक है ना फिर छोड़ो उन पिछली बातो को उसने कहा चलो अब कैंप की तरफ रात हो गयी यहाँ बैठे बैठे तुमने मुझे भी इमोशनल कर दिया अब चलो मैने उसे चांदनी रात में चंद्रमा की रौशनी में देखा तो ऐसा लगा सूर्य के चेहरे पर चंद्रमा का प्रकाश चमक रहा हो उसने मुझे प्यार से गले लगा लिया और बोली अब चले मुझे ऐसा लगा मेरे अंदर खुशी का समंदर उमड़ पड़ा मैने कहा हां चलो मुझे भूख लगी है खाने के बाद हम फिर नदी के किनारे आएगें फिर मैने उसका हाथ पकड़कर कैंप की तरफ ले चला ऐसा लग रहा था ये चाँदनी रात सिर्फ हमारे लिए आज हुआ हो सारी प्रकृति हमारे प्रेम के लिए ही आज जगमगा रही हो जैसी सारे जुगनू उसके आस पास जैसे उसे देखने आ गये हो इस प्रकृति से भी सुंदर कौन आ गया है हमारे लिए ये पल अद्भत था
मैने कैंप में उसे हाथो से खिलाया उसके आंखों में प्रेम के आंसू थे जिसमें इतना प्रेम भरा था जिसमें मै डूब गया था उसने मुझे कहा मेरी बारी है तुम्हे खिलाने की जैसे ही उसने मुझे खिलाया मैने उसे गले लगा लिया मै इस पल को शायद संभाल नहीं पाया उसके गले लग गया और मेरे आंसू थम ही नहीं थे हमारे प्रेम के आगे आज प्रकृति भी हमे स्नेह दे रही थी फिर हम सोने चले गये कैंप के अंदर हालांकि वहाँ पर दो बेड लगे हुए थे लेकिन हम साथ ही सोये जैसा की हम अपने बेडरूम में सोते है वो सुबह में जल्दी जाग गयी और मुझे जगाया और कहा चलो ना सूर्योदय देखने कितना अच्छा लगेगा यहाँ से सूर्य उदय देखना मै उसे मना कर ना सका हलांकि मै अभी आधे नींद में था उसने मेरे हाथ पकड़ा और तेजी से मुझे नदी किनारे ले आई जहाँ से दूर पहाड़ो से हमने सूर्योदय होता देखा मुझे इस क्षण में सूर्य तो उसके चेहरे में दिख रहे थे मैने ऐसी अद्धभूत चमक पहले कभी नहीं देखी थी
उसके चेहरे पर मैने उसे बिना कुछ कहे गले से लगा लिया उसने कहा क्या हुआ तुम्हे एकाएक मैने कहा प्यार हुआ तुमसे फिर से मुझे उसने मुझे मुस्कुराते हुए और भी अच्छी तरीके से गले से लगा लिया हमारे प्रेम भरे इस पल के साक्षी स्वंय सूर्यदेव बन रहे थे शायद उनकी धूप एकाएक हमारे ऊपर आ गयी हमे लगा हमे सूर्य देव खुश होकर आर्शीवाद दे रहे हैं मैने उसका हाथ पकड़ा और कहा मुझसे एक वादा करो उसने कहा क्या मैने कहा मेरा साथ कभी भी छोड़कर नहीं जाओगी उसने कहा वादा है मै तुम्हारे साथ हमारे अंत समय तक दूंगी तुम जब बूढ़े भी हो जाओगे तो भी मै तुम्हे वैसे ही प्यार करूँगा फिर उसने मुझसे पूछा मै अगर बूढ़ी रहूँगी तो क्या तुम मुझसे वैसे ही प्यार करोगे उसकी इस बात से मेरे आंखों में आंसू आ गये उसने मुझे देखा और फिर अपनी नम आंखो से भरी आवाज से कहा कुछ मत कहो मै सब समझ गयी और वो मेरे से लिपट कर फूट फूट कर रोने लगी मैने खुद को संभालते हुए उसे कहा हम यहाँ रोने के लिए थोड़े ही आए हैं हम तो यहाँ इसलिए आए हैं की हमारा प्यार और बढ़ सके ये हमारे जीवन का सबसे खास पल था जहाँ हमारा रिश्ता इतना मजबूत हुआ था की अब हम हर एक जन्म के लिए एक दूसरे के हो चुके थे हमेशा के लिए हमारी ये कैंप की यात्रा कहने के दो दिनों की थी मगर हमने यहाँ जो पाया था उसने हमारे भीतर के आपस के विश्वास को इतना बढ़ा दिया था की हम अब दो नही थे हम हमेशा हमेशा के लिए एक हो गये थे मैने अपने चारो तरफ देखा और दोनों हाथ जोड़कर इस प्रकृति को सूर्य को बहती वायु को इन पहाड़ो को इन नदियों को धन्यवाद कहा की मैने जीवन का सबसे खूबसूरत दिन देखा है मेरे जीवन को खूबसूरत बनाने वाली जिसके बिना मै अधूरा हूँ उसे मुझसे मिलवाने के लिए उसका हाथ सदा के लिए मेरे हाथों में देने के लिए मै आप सब को नमन करता हूँ और मै जमीन पर गिरकर फूट फूट कर रोने लगा मेरे आंसू जिसे मैं बहुत संभाल कर रखा था अब रूक ही नहीं रहे थे
उसने नीचे बैठकर मुझे गले लगाया और मुझे संभाला कहा ठीक हो ना तुम मैने कहा हां फिर तुम उससे भी कहा नहीं जा रहा था उसने मेरा हाथ पकड़कर कहा इस हाथ को कोई कभी नहीं छुड़ा सकता है ये मै तब भी जानती थी और अब भी जानती हूँ हम सदा ऐसे ही रहेगे चले कैंप की तरफ अगर तुम्हारा रोने का कार्यक्रम पूरा हो गया हो या और रोना है तो मै वेट करती हूँ उसने मजाक मे कहा मुझे हंसी आ गयी फिर हम एक दूसरे का हाथ थामे कैंप की तरफ बढ़ रहे थे जहाँ केवल और केवल हमारा वो प्यार था जिसके लिए हमने बहुत कुछ खोया था लेकिन उस बहुत कुछ खोने का हमे कोई गम नहीं था सिर्फ और सिर्फ कुछ था तो वो थी खुशी हमेशा के लिए साथ होने का