

तुम्हे खो दिया तो मैंने सब कुछ खो दिया
मुझे कुछ कमाने का शौक नही है
शायद एक तुम्हारा भरोसा जीत लूं

तो लगेगा मैंने सब कुछ खोकर भी खुद को पा लिया
तुम्हे अगर खो दिया तो सब कुछ कमाकर भी
ये दौलत मेरे कभी काम ना आएंगे
हां जीवन कटेगी मेरी
तुम्हे बस याद कर करके फिर
वो प्यार भरे सुनहरे कभी शाम ना आएंगे
तुम साथ दोगी मेरा तुम घर आओगी
माना बहुत कुछ सहा है हमने
अब उस गंदे पर्दे को तुम हमारे बीच से हटाओगी

जो तुम्हे और मुझे रोक देता है जिसपर शायद
बहुत सारे हीरे जड़े हैं कीमती हीरे
उन हीरो की चमक ने सब गंदा कर दिया है
अब दीवारों पर हमारे नीले पीले रंग कहाँ दिखते है